सीएम के लिए बनाया वीआईपी घाट,श्रद्धालु सुविधा को तरसे
संवाद सहयोगी, पूंडरी : गांव फरल में चल रहे ऐतिहासिक गांव फरल में चल रहे ऐतिहासिक फल्गु मेले के तीसरे दिन अव्यवस्थाओं के बीच जिला प्रशासन की तेजी देखने को मिली। हालांकि अभी भी तीर्थ में डुबकी लगाने वालों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं प्रशासन को सूचना है कि शुक्रवार को सीएम मनोहर लाल आ सकते हैं। ऐसे में वीआइपी घाट को बृहस्पतिवार को ही तैयार कर दिया गया। साथ ही इसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई। मेला प्रशासक जगदीप ¨सह ने बताया कि मेले की तैयारियों में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी और श्रद्धालुओं को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।
संवाद सहयोगी, पूंडरी : गांव फरल में चल रहे ऐतिहासिक फल्गु मेले के तीसरे दिन अव्यवस्थाओं के बीच जिला प्रशासन की तेजी देखने को मिली। हालांकि अभी भी तीर्थ में डुबकी लगाने वालों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं प्रशासन को सूचना है कि शुक्रवार को सीएम मनोहर लाल आ सकते हैं। ऐसे में वीआइपी घाट को बृहस्पतिवार को ही तैयार कर दिया गया। साथ ही इसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई। मेला प्रशासक जगदीप ¨सह ने बताया कि मेले की तैयारियों में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी और श्रद्धालुओं को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। स्वच्छता के लिए प्रशासन पूरी तरह से सजग है।
झूले वालों को हो रही है, परेशानी
फल्गु मेले का मुख्य आकर्षण झूले अभी तक बारिश के कारण शुरू नहीं हो पाए हैं। ऐसे में अभी शुरू होने में दो से तीन दिन लग सकते हैं। झूले व सर्कस के मैनेजर सोएब ने बताया कि उनका प्रयास रहेगा कि एक अक्टूबर से झूले सर्कस शुरू हो जाए। झूले वालों ने इस मेले के लिए करीब दस एकड़ जमीन किराये पर ली है। अभी तक उनका सामान पूंडरी पिहोवा मुख्य मार्ग के दोनों तरफ ट्रकों में लदा है, या सड़क के किनारे पड़ा है, क्योंकि जमीन दलदली है।
लाइटों का काम अभी तक अधूरा
फल्गु तीर्थ पर तो प्रशासन ने रोशनी की व्यवस्था कर दी है, लेकिन अभी भी तीर्थ पर आने वाले अधिकतर रास्तों पर रोशनी की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है ओर तो ओर हर मेले में दुल्हन की तरह सजने वाले प्राचीन बूढ़े बड़ को अभी तक सजाया नहीं गया है। पुलिस प्रशासन की कमी
फल्गु ऋषि के साथ लगते घाट पर युवा और बच्चे तीर्थ के अंदर तक डुबकी लगा रहे है, लेकिन पुलिस प्रशासन का कोई कर्मचारी उन्हें नहीं रोक रहा। बता दे कि बैरके¨टग के बाद तीर्थ काफी गहरा है और बच्चों की बढ़ती भीड़ के कारण वहां कोई हादसा हो सकता है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि निर्धारित सीमा के बाहर जाकर स्नान व तैरने आदि पर रोक लगाई जाए। पिछले तीन दिनों में करीब 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। वहीं करीब 15 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। परिवहन विभाग के बस स्टाप भी तैयार नहीं
मेले में हर बार की तरह परिवहन विभाग द्वारा ढांड व पूंडरी की ओर बनाए जाने वाले अस्थाई बस स्टैंड का काम अभी तक शुरू नहीं किया गया है। इस बारे में जब मेला प्रशासक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे रोडवेज के आलाधिकारियों से बात कर जगह चिह्नित करवा लेंगे। श्रद्धालुओं की बढ़ने लगी भीड़
फल्गु मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ धीरे-धीरे बढ़ रही है, हालांकि अभी फल्गु मेले में घूमने आने वाले लोगों की तादाद यहां पिंडदान करवाने वाले श्रद्धालुओं की अपेक्षा ज्यादा है। तीर्थ पर बैठे पंडितों ने बताया कि एकादशी के बाद मेले में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाएगी।