जींद से कुरुक्षेत्र रेलवे ट्रेक पर एक्सप्रेस बनकर संचालित हुई पेसेंजर रेल
जागरण संवाददाता कैथल कोरोना महामारी के चलते पिछले करीब पौने दो सालों से जींद-कुरुक्षे˜
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना महामारी के चलते पिछले करीब पौने दो सालों से जींद-कुरुक्षेत्र रेलवे लाइन पर पेसेंजर रेल बंद थी। इस कारण यात्रियों को काफी दिक्कत आ रही थी। खासकर जींद व कुरुक्षेत्र जाने वाले यात्री परेशान थे। रविवार से कुरुक्षेत्र व जींद जाने के लिए रेल का आगमन शुरू हुआ। यह रेल सुबह 10 बजकर चार मिनट पर कैथल रेलवे स्टेशन पर पहुंची। पहले दिन कुरुक्षेत्र व जींद जाने वाली रेल चालक अविनाश लेकर पहुंचे थे।अब रेलवे के अनुसार इस रूट पर एक पैसेंजर रेलगाड़ी की आवाजाही रहेगी। जबकि जयपुर- दौलतपुर चौक व दौलतपुर चौक से जयपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस रेल का संचालन भी लगातार जारी रहेगा। इस रूट पर रेल की संख्या बढ़कर दो हो गई है। इससे यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। रेल यात्री कल्याण समिति की तरफ से रेलगाड़ी के चालक का कैथल रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर स्वागत किया गया। समिति के पदाधिकारियों ने की मांग करते हुए कहा कि कैथल से दिल्ली जाने वाले रेलगाड़ी को भी जल्द से जल्द शुरू किया जाए। इस रेल को संचालित करने से भी यात्रियों को काफी फायदा मिलेगा। क्योंकि यह ही एकमात्र पैसेंजर रेल है, जो कुरुक्षेत्र से वाया कैथल, नरवाना, जींद और रोहतक होते हुए पुरानी दिल्ली पहुंचती हैं।
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करीब दो साल से कुरुक्षेत्र-नरवाना रूट पर बंद था रेल का संचालन :
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण कुरुक्षेत्र-नरवाना रूट पर सभी रेलगाड़ियों का संचालन बंद था। उत्तर रेलवे ने पिछले करीब दो साल से कुरुक्षेत्र-नरवाना रेल सेक्शन पर पैसेंजर रेल को एक्सप्रेस बनाकर चलाया है। इस रेल के संचालन के बाद पहले दिन ही यात्रियों की काफी चहल-पहल दिखाई दी। इस ट्रेन के कैथल रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर केवल रेल यात्री ही नहीं, बल्कि शहर के कई समाजेसवी लोग भी रेल चालक का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। इन लोगों ने चालक व अन्य यात्रियों को खुशी में लड्डू भी बांटे।
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यात्रियों में भी खुशी, बोले अब होगी सहूलियत :
फोटो नंबर : 01
कुरुक्षेत्र जाने के लिए रेल में सवार होने वाले रामनगर निवासी यात्री रामलाल ने कहा कि काफी समय बाद कुरुक्षेत्र व जींद के रेलगाड़ी चलने से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। क्योंकि रेल में बस से कम रुपयों में कुरुक्षेत्र व जींद पहुंचा जा सकता है। वे रेलवे का आभार जताते हैं। फोटो नंबर : 02
वहीं रेलवे कालोनी निवासी कर्मबीर ने बताया कि वह रेलवे स्टेशन के पास रहने के चलते अधिकतर रेल में ही यात्रा करता हूं। इस रेलगाड़ी का काफी लंबे समय से इंतजार था, जो अब चली है। रेलवे से आग्रह है कि वह इस रेलगाड़ी का संचालन बंद न करे।
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पहले दिन बिकी 100 टिकटें, हुई केवल करीब पांच हजार रुपये की आमदनी :
उत्तर रेलवे ने पिछले करीब दो साल बाद कुरुक्षेत्र व जींद जाने वाली पैसेंजर रेल को एक्सप्रेस रेल बनाकर चलाया है। रेलवे स्टेशन के टिकट वितरण रामनिवास ने बताया कि पहले दिन अकेले कैथल रेलवे स्टेशन से कुल 100 टिकटें बिकी। इस रेलगाड़ी की बिकी हुई टिकटों से रेलवे को करीब पांच हजार रुपये की आमदनी हुई है। रेल का संचालन लगातार होने से यह आमदनी भी बढ़ेगी।
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तत्कालीन रेल मंत्री पवन बंसल के प्रयासों से हुआ था दो रेलगाड़ियों का संचालन :
महाराजा अग्रसेन चैरिटेबल ट्रस्ट के जिला प्रधान सुभाष गोयल ने बताया कि वर्ष 2014 में तत्कालीन रेल मंत्री पवन बंसल के प्रयासों से कुरुक्षेत्र से दिल्ली वाया कैथल, नरवाना से होकर जाने वाली डेमू रेल का संचालन किया गया था। इसके साथ ही उनके समय में ही जयपुर से चंडीगढ जाने वाले वाली एक्सप्रेस रेल का प्रपोजल डाला गया था। जो कुछ समय बाद ही संचालित कर दी गई है। इस मौके पर रेल यात्री कल्याण समिति के चेयरमैन सतपाल गुप्ता, प्रधान लाजपत राय सिगला, अश्वनी हतवाल सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।
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रेलवे के आदेशों के तहत रविवार को कुरुक्षेत्र व जींद जाने वाली रेलगाड़ी अपने निर्धारित समय के अनुसार ही कैथल स्टेशन पर पहुंची थी। रेलगाड़ी के संचालन से रेलवे के कर्मचारियों व यात्रियों में काफी खुशी है।
-चिराग वालिया, स्टेशन अधीक्षक, कैथल रेलवे स्टेशन।