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जल संरक्षण के लिए पंचायतें आगे आएं : सतपाल रोज

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से खंड एवं विकास पंचायत कार्यालय पूंडरी में जल जीवन मिशन के तहत मेक कैथल वाटर पॉजिटिव एक दिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 06:31 AM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 06:31 AM (IST)
जल संरक्षण के लिए पंचायतें आगे आएं : सतपाल रोज
जल संरक्षण के लिए पंचायतें आगे आएं : सतपाल रोज

संवाद सहयोगी, पूंडरी: जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से खंड एवं विकास पंचायत कार्यालय पूंडरी में जल जीवन मिशन के तहत मेक कैथल वाटर पॉजिटिव एक दिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के अंतिम दिन की अध्यक्षता विभाग के एसडीओ जगदीश कुमार ने की।

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कार्यशाला में मुख्यातिथि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी उपमंडल नंबर दो कैथल के एसडीओ सतपाल रोज रहे। सतपाल रोज ने बताया कि एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 में 180 करोड़ लोग क्षेत्रों में होंगे जहां पानी नहीं होगा। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका केपटाउन टाउन का उदाहरण देते हुए बताया कि फरवरी 2018 में केपटाउन में नहाने पर भी रोक लगा दी गई थी। उन्होंने ग्राम पंचायतों से जल जीवन मिशन को सफल बनाने की अपील की। एसडीओ जगदीश कुमार ने जल संरक्षण का उदाहरण देते हुए बताया कि जब मक्खी दूध या देसी घी में गिर जाती हैं तो हम दूध या देसी घी को फेंकते नहीं है, वहीं दूसरी तरफ अगर मक्खी पानी में गिर जाती है तो हम पानी को फेंक देते हैं। हमें हमारी आदतों में सुधार करके जल संरक्षण करना होगा नहीं तो हमारे आने वाली पीढ़ी को जल संकट का सामना करना पड़ेगा।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था, तब शायद ही भारत का कोई ऐसा जिला था, जिसके धरती के नीचे का पानी नहीं था। अब 190 जिले ऐसे हैं, जिनका भू-जल डार्क जोन के नीचे चला गया है। अगर धरती पर पानी नहीं होगा तो डेयरी फार्मिंग की कल्पना नहीं की जा सकती।किसी भी तरह की उपज की कल्पना नहीं की जा सकती। जेई रोशन प्रकाश ने भी जल संरक्षण को लेकर अपने विचार रखे उन्होंने जल संरक्षण को बढ़ावा देने की अपील की।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के वासो के ब्लॉक रिसोर्स कॉर्डिनेटर डा.सतविद्र सिंह ने ग्राम जल एवं सीवरेज कमेटी के कर्तव्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने विभाग के टोल फ्री नंबर 18001805678 और जल संरक्षण पुरस्कार के बारे में भी जानकारी दी। इस कार्यशाला में गांव बाकल, करोड़ा, पाई, भाणा, जटेहडी, डीग, हजवाना व रमाणा-रमाणी के सरपंच, पंच, ग्रामसचिव, आंगनवाड़ी वर्कर व ग्राम जल एवं सीवरेज कमेटी के सदस्यों ने भाग लिया।

इस मौके पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कैथल के रसायनज्ञ सुभाष चंद, सुनील कुमार, विनय कुमार, रोशन प्रकाश, वकील पुरी ठेकेदार मौजूद रहे।


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