स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग पर लगे कर्मचारियों ने अस्पताल में किया प्रदर्शन
पिछले कई वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे सैकड़ों आउटसोर्सिंग कर्मचारी अपनी हाजिरी व अपने स्वास्थ्य जोखिम को लेकर असमंजस में है। कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में गुहला सिविल अस्पताल में रोष जताया है।
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : पिछले कई वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे सैकड़ों आउटसोर्सिंग कर्मचारी अपनी हाजिरी व अपने स्वास्थ्य जोखिम को लेकर असमंजस में है। कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में गुहला सिविल अस्पताल में रोष जताया है। सर्व कर्मचारी संघ, केंद्रीय कमेटी के सदस्य अभिषेक शर्मा ने बताया कि उक्त कर्मचारियों का टेंडर पिछले महीने की 30 तारीख को समाप्त हो गया था। विभाग ने जिले का टेंडर किसी नए ठेकेदार को दे दिया है। नए ठेकेदार का टेंडर एक मई से शुरू हो गया है, लेकिन अब तक उक्त ठेकेदार ने कोई भी कर्मचारी को ज्वाइन नहीं करवाया है। कोरोना की इस महामारी में ठेकेदार द्वारा किसी भी कर्मचारी को ज्वाइन नहीं करवाना इस बात को दर्शाता है कि ठेकेदार व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस महामारी में कितने गंभीर हैं। जिले के अस्पतालों में बिना हाजिरी बिना किसी जॉइनिग के कार्य कर रहे सैकड़ों ठेका प्रथा कर्मचारियों की जान-माल का आखिर जिम्मेदार कौन है, एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर अपने पत्र के माध्यम से ठेकेदार व प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को आदेश दे चुका है कि कोई भी पुराना कर्मचारी हटाया नहीं जाएगा और ना ही किसी कर्मचारी का मूल स्थान से दूर स्थानांतरण होगा। अभिषेक शर्मा ने बताया कि ठेकेदार पर डायरेक्टर के पत्रों का कोई असर नहीं दिख रहा, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत बड़े अधिकारी ठेकेदार से मिले हुए हैं ओर ठेकेदार की स्वास्थ्य विभाग में पूरी तरह सेटिग है। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक उनका रोष जारी रहेगा।
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने हाजिरी लगवाने के लिए एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
संवाद सहयोगी, कलायत : सीएचसी और पीएचसी कलायत में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की नवनिर्मित अस्पताल भवन में बैठक हुई। बैठक में काम कर रहे स्वास्थ्य ठेका कर्मियों की एक मई से 21 मई तक हाजिरी न लगाने सहित अन्य मांगों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। कर्मचारियों ने हाजिरी लगवाने और अन्य जायज मांगों के लिए कलायत एसडीएम विरेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारी महिपाल, मनजीत, मंगत, कृष्ण कुमार, करण सिंह, अनिल कुमार, गुरमेल, नरेश, मुकेश, सुनीता, आशा धीमान ने कहा कि कि स्वास्थ्य विभाग के ठेका कर्मचारी कोरोना काल में लगातार अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी सेवाएं दे रहे हैं। एक मई से इन कोरोना योद्धाओं की हाजिरी तक नहीं लगाई जा रही, जो गलत है। एसडीएम और सीएमओ कैथल के आश्वासन के बावजूद भी उनकी हाजिरी नहीं लगाई जा रही है। कर्मचारियों की जायज मांगों का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन की राह पकड़ने पर मजबूर होंगे।