कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते जिला नागरिक अस्पताल में घट रही ओपीडी
कैथल अस्पताल में कोरोना के चलते ओपीडी कम हो गई है। गायिनी वार्ड में पहले रोजाना 100 से ज्यादा महिलाएं जांच के लिए पहुंची थी अब 50 से भी कम है ।

- गायिनी वार्ड में पहले रोजाना 100 से ज्यादा महिलाएं जांच के लिए पहुंची थी, अब 50 से भी कम है ओपीडी
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना संक्रमण के बढ़ते केसों के कारण जिला नागरिक अस्पताल की ओपीडी पर भी असर पड़ा है। अब आधे मरीज ही बीमारियों की जांच को लेकर पहुंच रहे हैं। इसका कारण चिकित्सकों व स्टाफ के कोरोना संक्रमित होना है। अस्पताल में चिकित्सकों के स्वीकृत पद 43 हैं, लेकिन 22 चिकित्सक ही कार्यरत हैं। इनमें से भी कई चिकित्सक तो छुट्टी पर चल रहे हैं। दो चिकित्सक कोरोना संक्रमित होने के कारण ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। अब तक अस्पताल के पांच चिकित्सक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। सबसे ज्यादा परेशानी सामान्य बीमारियों के मरीजों और गर्भवती महिलाओं को आ रही है। गायिनी वार्ड में स्वीकृत पद छह हैं, लेकिन तीन चिकित्सक ही कार्यरत है। वहीं फिजिशियन तीन हैं, लेकिन दो चिकित्सक ड्यूटी कर रहे हैं। एक चिकित्सक छुट्टी पर चल रहे हैं। अस्पताल में दो हड्डी रोग विशेषज्ञ व गला-नाक-कान रोग विशेषज्ञ के कोरोना संक्रमित होने से अब ओपीडी में एक चिकित्सक कार्यरत है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण आप्रेशन भी कम हो रहे हैं। पहले प्रतिमाह 200 के करीब सर्जरी होती थी, अब 80 से 85 सर्जरी भी हो रही हैं।
सर्दी में कम हो जाती है ओपीडी : रेनू चावला
जिला नागरिक अस्पताल की कार्यकारी पीएमओ डा. रेनू चावला ने बताया कि सर्दी के मौसम में ओपीडी कम हो जाती है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र के मरीज बहुत कम संख्या में अस्पताल आते हैं। दूसरा कारण कोरोना संक्रमण भी है, बढ़ते केसों के कारण लोग अस्पताल कम पहुंच रहे हैं। लोगों को इस बारे में जागरूक भी किया जा रहा है कि अगर जरूरी हो तभी अस्पताल आएं, क्योंकि कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सावधानी बरतते हुए ही हम इसे फैलने से रोक सकते हैं।
Edited By Jagran