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प्रदेश के 463 में से चल रहे 102 क्रेच, बाकी बंद

क्रेच वर्कर्स यूनियन का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रधान कृष्णा देवी की अध्यक्षता में जिले के विधायकों और कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों से मिला।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 12:40 AM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 12:40 AM (IST)
प्रदेश के 463 में से चल रहे 102 क्रेच, बाकी बंद
प्रदेश के 463 में से चल रहे 102 क्रेच, बाकी बंद

जागरण संवाददाता, कैथल : क्रेच वर्कर्स यूनियन का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रधान कृष्णा देवी की अध्यक्षता में जिले के विधायकों और कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों से मिला।

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उनके साथ जिला उप प्रधान मितलेश, राज रानी, कृष्णा और प्रेम ने कैथल के विधायक रणदीप ¨सह सुरजेवाला, कलायत के विधायक जयप्रकाश, सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव जरनैल ¨सह, सीटू जिला सह सचिव नरेश रोहेड़ा, जनवादी महिला समिति की जिला सचिव सावित्री से मुलाकात की। उनको अपनी मांगों के ज्ञापन सौंपे। उन्होंने कहा कि राज्यभर में 463 क्रेच सेंटर हैं, जिनमें से 102 सेंटरों को चलाया गया है बाकी को बिना सूचना के बंद कर दिया गया है। इससे क्रेच वर्करों में रोष है। राज्यस्तर पर क्रेच वर्कर महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन के निवास पर सोनीपत में धरने पर बैठ गई हैं। उनकी मांगें हैं कि किसी भी क्रेच वर्कर और हेल्पर को नौकरी से न निकाला जाए। यदि गांवों में क्रेच सेंटर न चलने की संभावना हो तो इन्हें शहरों में शिफ्ट कर दिया जाए। आइसीडीएस में समायोजन भाल रखा जाए व आंगनबाड़ी वर्करो और हेल्परों के समान मानदेय दिया जाए। यदि इन केंद्रों को क्रेच के रूप में जारी रखा जाए तो आठ घंटे की ड्यूटी के हिसाब से समान काम समान वेतन लागू किया जाए व यह न्यूनतम 18 हजार रुपये हो।


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