गोपाष्टमी पर्व पर गोमाता की पूजा करने से होती अभीष्ट सिद्धि : शास्त्री
पंडित रवि दत्त शास्त्री ने बताया कि कार्तिक शुक्ल अष्टमी को गोपाष्टमी कहते हैं यह गो पूजन का विशेष पर्व है।
जासं, कैथल : पंडित रवि दत्त शास्त्री ने बताया कि कार्तिक शुक्ल अष्टमी को गोपाष्टमी कहते हैं, यह गो पूजन का विशेष पर्व है। इस दिन प्रात काल गायों को स्नान कराकर गंध पुष्प आदि से उनका पूजन किया जाता है। इस पर्व पर गायों को गोग्रास देकर उनकी परिक्रमा करें और थोड़ी दूर तक उनके साथ जाएं तो सब प्रकार की अभीष्ट सिद्धि होती है। सायं काल जब गाय चर कर वापस आए उस समय भी उनका अतिथि अभिवादन और पंचोपचार पूजन करके उन्हें हरी घास, भोजन आदि खिलाएं और उनकी चरण रज ललाट पर लगाएं। इससे सौभाग्य की वृद्धि होती है। आधुनिक युग में यदि हम गोशाला के लिए दान करें और गायों की रक्षा के लिए प्रयत्न करें तो गोपाष्टमी का कृत्य पूर्ण होता है और उसका पुण्य प्राप्त किया जा सकता है।