अधिकारियों ने ली नप भवन की सुध
नगर परिषद की ओर से कंडम हो रहे भवन की सुध ली जा रही है। करीब छह साल पहले 80 लाख रुपये की लागत से नए भवन का निर्माण कार्य किया गया था। निर्माण के समय भवन की दीवारों के अंदर पानी के पाइप डाले गए थे। कुछ सालों से पाइप लीक होने के कारण भवन की छत खराब हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की ओर से कंडम हो रहे भवन की सुध ली जा रही है। करीब छह साल पहले 80 लाख रुपये की लागत से नए भवन का निर्माण कार्य किया गया था। निर्माण के समय भवन की दीवारों के अंदर पानी के पाइप डाले गए थे। कुछ सालों से पाइप लीक होने के कारण भवन की छत खराब हो चुकी है। दीवारों में भी दरारें आ चुकी हैं। अब नगर परिषद अधिकारियों की ओर से भवन की सुध ली जा रही है। जो पाइप लाइन दीवारों के अंदर थी, उन्हें बंद किया जा रहा है।
भवन की छत पर नई पानी की टंकी रखी जा रही हैं और दोबारा से पाइप लाइन डाली जा रही है। सोमवार से काम भी शुरू कर दिया गया है। बता दें कि लीकेज के कारण भवन की छत से कई जगहों से पानी टपकता था। सभी अधिकारियों के कार्यालय व चेयरपर्सन के कार्यालय की दीवारें भी खराब हो गई थी। दीवारों को कुछ महीने पहले ही करीब पांच लाख रुपये की लागत से ठीक कराया गया था। दोबारा से परेशानी ना हो इसके लिए अब पाइप लाइन को बदला जा रहा है।
भय के साये में काम करते थे कर्मचारी
नगर परिषद भवन में काम करने वाले कर्मचारियों को भय के साये में काम करना पड़ता था। दीवारों में दरारें आने के कारण भवन के गिरने का खतरा भी बना रहता था। काम करने वाले कर्मचारियों व नपा कर्मचारी संघ की ओर से कई बार इस मामले को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया था। नप कार्यालय में रोजाना सैकड़ों लोग अपने काम कराने के लिए आते हैं।
पांच लाख का एस्टीमेट किया गया तैयार
नगर परिषद भवन की रिपेयर के लिए पांच लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया है। एस्टीमेट पास करवाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के पास भेजा गया है। एस्टीमेट पास होते ही दीवारों की रिपेयर का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। नप भवन को रंग-रोगन भी करवाया जाएगा ताकि भवन को नया रूप दिया जा सके।
पांच लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया
नगर परिषद के सचिव नरेंद्र शर्मा ने बताया कि पानी की पाइप लाइन लीक होने के कारण नप भवन की दीवारों में दरारें आ चुकी हैं। अब पाइप लाइन को बदला जा रहा है ताकि लीकेज की समस्या का समाधान हो सके। भवन की रिपेयर के लिए पांच लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया है।