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टीकाकरण के लिए दीर्घकालिक बीमारी का प्रमाण पत्र दिखाने की आवश्यकता नहीं

सिविल सर्जन डा.ओम प्रकाश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अब यह वैक्सीनेशन पूरे सप्ताह यानि सातों दिन किया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 06:47 AM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 06:47 AM (IST)
टीकाकरण के लिए दीर्घकालिक बीमारी का  प्रमाण पत्र दिखाने की आवश्यकता नहीं
टीकाकरण के लिए दीर्घकालिक बीमारी का प्रमाण पत्र दिखाने की आवश्यकता नहीं

जागरण संवाददाता, कैथल: सिविल सर्जन डा.ओम प्रकाश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अब यह वैक्सीनेशन पूरे सप्ताह यानि सातों दिन किया जाता है। नवीनतम निर्देशों के अनुसार 45 से 60 वर्ष आयु के सभी नागरिकों के टीकाकरण के लिए किसी दीर्घकालिक बीमारी का प्रमाण पत्र दिखाने की आवश्यकता नहीं है।

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सिविल सर्जन ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा गत 22 मार्च को जारी हिदायतों के अनुसार यदि किसी नागरिक को कोविशील्ड वैक्सीनेशन की प्रथम डोज लगी है तो दूसरी डोज को छह से आठ सप्ताह के अंतर पर लगवाना बेहतर होगा। कोवैक्सीन के लिए यह अंतराल अभी भी चार से छह सप्ताह का ही रहेगा। उन्होंने बताया कि 45 वर्ष से कम आयु के स्वास्थ्य कर्मिकों, प्रथम श्रेणी कार्यकर्ता का प्रथम डोज के लिए पंजीकरण बंद कर दिया गया था। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पांच अप्रैल 2021 को जारी हिदायतों अनुसार अब ये कर्मिक व कार्यकर्ता अपने विभाग से निर्धारित प्रोफार्मा में एंप्लायमेंट सर्टिफिकेट लेकर ही प्रथम डोज के लिए अपना पंजीकरण करवा पाएंगे।

मास्क का प्रयोग रखें जारी

सिविल सर्जन डा.ओम प्रकाश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक जिला में कुल 45 हजार से अधिक नागरिकों का टीकाकरण किया जा चुका है। टीकाकरण सरकारी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पर निशुल्क उपलब्ध है।

इसके अतिरिक्त आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पैनल पर लिए गए अस्पतालों में 250 रुपये के शुल्क पर भी कोविड वैक्सीनेशन करवाया जा सकता है। उन्होंने जिलावासियों से आह्वान किया कि इस बीमारी को हराने के लिए कोविड-19 टीकाकरण एक माध्यम है। इसलिए इन सेंटरों पर अपना फोटो पहचान पत्र लेकर आएं और टीकाकरण करवाएं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के बाद भी मास्क का प्रयोग जारी रखें, साबुन व पानी से बार-बार हाथ धोएं, सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी का पालन करें तथा अपना व अपने परिजनों का टीकाकरण करवाएं। जिले में कोरोना से दो की मौत, मिले 32 संक्रमित

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में कोरोना महामारी के मामले बढ़ने के साथ अब जिले में कोरोना से होने वाली मौतों का भी ग्राफ बढ़ रहा है। जिले में अब प्रतिदिन मौतें हो रही हैं। पिछले सात दिन में सात मौतें कोरोना महामारी से हो चुकी हैं। इसके साथ ही कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। मंगलवार को कोरोना महामारी से गांव गुहणा निवासी 79 वर्षीय बुजुर्ग महिला, गांव कलायत निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। अब जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 73 हो गई है।

इसके साथ ही सोमवार को कोरोना के कुल 32 नए केस मिले हैं। जिले में तक कुल संक्रमितों की संख्या 4891 हो चुकी है। जबकि जिले में अब एक्टिव केस 286 ही रह गए हैं। सोमवार को कुल 16 लोगों ने कोरोना को मात दी है। जबकि अब तक कुल 4532 लोग कोरोना को हरा चुके हैं।

यहां मिले हैं केस :

सोमवार को कैथल शहर में 19, बीरबांगड़ा में चार, क्योड़क में दो, साकरा, कलायत, हंसुमाजरा, फरल, बाकल, मटौर, खरकां, देवीगढ़, जडौला में एक-एक संक्रमित केस मिला है।

वैक्सीनेशन कार्यक्रम का बने हिस्सा

सिविल सर्जन डा. ओमप्रकाश ने बताया कि कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सैंपलिग बढ़ा दी गई है ताकि कोरोना महामारी से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए सभी लोग जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें और वैक्सीनेशन कार्यक्रम का हिस्सा बनें।


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