नालियों की नहीं हो रही सफाई पाई से हजवाना सड़क बदहाल
गांव पाई में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। मुख्य समस्या पानी की निकासी और सफाई की है। गांव में बने तालाब ओवरफ्लो हो गए है इससे गलियों में जलभराव होने के कारण पीलिया डायरिया जैसी बीमारी फैलने का भय बना रहता है।
संवाद सहयोगी, पाई : गांव पाई में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। मुख्य समस्या पानी की निकासी और सफाई की है। गांव में बने तालाब ओवरफ्लो हो गए है, इससे गलियों में जलभराव होने के कारण पीलिया, डायरिया जैसी बीमारी फैलने का भय बना रहता है। गांव की गलियों में जगह-जगह सफाई नहीं होने के कारण गंदगी के ढेर लगे हुए है। पाई से हजवाना जाने वाली सड़क बदहाल हो चुकी है। जगह- जगह गहरे गड्ढे बने हुए है। बरसात के समय इस सड़क से निकलना दूभर हो रहा है। ग्रामीण सुरेंद्र ,सतपाल, राजेश, संदीप मंदीप, बीरा राम का कहना है कि समस्याओं के बारे में कई बार प्रशासन को शिकायत दे चुके है लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। प्रशासन को मूलभूत सुविधाओं की तरफ ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
नालियां हो रही ओवरफ्लो : सतबीर सिंह
ग्रामीण सतबीर ने बताया कि गांव की नालियों की साफ सफाई नहीं होने से ओवरफ्लो हो गई है। गलियों से निकलना मुश्किल हो रहा है। कीचड़ में दोपहिया वाहन गिरकर घायल हो रहे है। नालियां टूटी पड़ी है। गलियों में गंदा जलभराव रहने के कारण टूटनी शुरू हो गई है। प्रशासन से मांग करते है की नालियों की साफ सफाई की जाए ताकि समस्या से निजात मिल सकें।
पीएचसी में डॉक्टर की कमी: महाबीर
ग्रामीण महाबीर सिंह ने बताया कि पीएचसी में डॉक्टरों की कमी है। स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर नहीं मिल पाती है। पूंडरी व कैथल लोगों को जाना पड़ता है। पीएचसी में स्टॉफ बढ़ाया जाए ताकि ग्रामीणों को शहर के चक्कर न काटने पड़े। स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं गांव में ही मिले।
पीने के पानी के लिए पाइप लाइन बिछाई जाए: नीता रानी
ग्रामीण नीता रानी ने बताया कि गांव में पीने के पानी के लिए गांव की गलियों में पाइप लाइन बिछाई जाए ताकि घर- घर पानी पहुंचे, पानी के लिए ग्रामीणों को इधर उधर भटकना न पड़े। गांव में पार्क का प्रबंध की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि शाम के समय सैर कर सकें।
सूबे सिंह वाला तालाब की चहारदीवारी नहीं: सतीश
ग्रामीण सतीश ने बताया कि गांव के सूबे सिंह वाला तालाब की चाहरदीवारी नहीं है। चाहरदीवारी नहीं होने से तालाब ओवरफ्लो होने के बाद पानी गलियों में आ जाता है। गली से निकलना मुश्किल भरा रहता है। पशुओं के तालाब के पानी को बदला जाए ताकि पशु बीमार न हो।
यह है गांव का इतिहास-
पाई गांव का इतिहास महा भारतकालीन हैं। बाबा बिशनपुरी के मंदिर यहां प्रमुख है हजारों लोग पूजा अर्चना के लिए पहुंचते है। गांव में शिवजी का ऐतिहासिक मंदिर है। जहां ग्रामीण पूजा अर्चना करते हैं। गांव की आबादी 40 हजार के करीब है। 15 हजार के करीब मतदाता हैं, 60 प्रतिशत जनसंख्या साक्षर हैं।