गन्ने की ज्यादा पैदावार के लिए खेती की नई तकनीक को अपनाना होगा : रामपाल
सहकारी चीनी मिल की प्रबंध निदेशक पूजा चावरियां के दिशा निर्देशानुसार शरदकालीन गन्ना अभियान के तहत क्योड़क में गन्ने की बिजाई करवाते हुए।
जागरण संवाददाता, कैथल : सहकारी चीनी मिल की प्रबंध निदेशक पूजा चावरियां के दिशा निर्देशानुसार शरदकालीन गन्ना अभियान के तहत गांव क्योड़क और खुराना में प्रगतिशील किसानों के फार्म पर 24 एकड़ में गन्ना बिजाई करवाते हुए गन्ना विकास अधिकारी रामपाल ने कहा कि गन्ने की बेहतर और ज्यादा पैदावार के लिए खेती की नई तकनीक को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि पहले गन्ना दो से अढाई फीट पर बोया जाता था, जिसके कारण कतले (फुटाव) निकलते की कुछ समय पश्चात पर्याप्त धूप व हवा न मिलने के कारण मर जाते थे। अंत में एक पौधे से सात से आठ पौधे ही निकलते थे, नतीजन पैदावार कम होती थी। इसके बाद तीन फीट पर बोया जाता था, जिसकी वजह से पैदावार व गुणवत्ता में अच्छी बढ़ोतरी हुई। फिर कृषि विश्वविद्यालयों व गन्ना शोध परिणामों के अनुसार सभी शुगर मिल चार फीट गन्ना बिजाई पद्धति को बढ़ावा दे रहे हैं। इस पद्घति का सबसे बड़ा फायदा यह है कि हार्वेस्टर से ही आसानी से गन्ने की कटाई की जा सकती है। अब किसान भी इस चार फीट पद्धति से गन्ना बिजाई करने में रूचि दिखा रहे हैं। अब लगभग 600 एकड़ गन्ना बिजाई इस पद्घति से हो चुकी है और कार्य अच्छी प्रगति पर है।