रात की सफाई के टेंडर को लेकर उलझन में नप अधिकारी, काम कर रहे कर्मचारी
नगर परिषद की तरफ से शहर में रात को सफाई के लिए ठेका दिया है।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की तरफ से शहर में रात को सफाई के लिए ठेका दिया जाता है। सफाई यूनियन के विरोध के बाद नप अधिकारियों ने ठेके को रद कर दिया था। ठेका रद होने के कारण ठेकेदार ने कोर्ट में अपील कर दी थी। ठेके पर लगे सफाई कर्मचारियों को लेकर नगर परिषद में दो यूनियन बनी हुई हैं। दोनों ही यूनियन चाहती हैं कि उनके कर्मचारी ठेके के तहत काम करें। सफाई कर्मचारियों की दोनों यूनियन नए तरीके से टेंडर लगाने की मांग कर रही हैं। एक यूनियन चाहती है कि उसके 65 कर्मचारी काम पर लगें, जबकि दूसरी यूनियन की मांग है कि उसके 35 कर्मचारी काम पर रखे जाएं। ठेके के अनुसार 65 से ज्यादा कर्मचारी नहीं रखे जा सकते। ऐसे में नगर परिषद के अधिकारी इस मामले में कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं। ठेकेदार ने अपने पास 35 कर्मचारी लगा रखे थे, जो ठेका रद होने के बाद भी रात का सफाई का कार्य कर रहे हैं। इन कर्मचारियों के वेतन को लेकर भी विवाद खड़ा हो सकता है। इन स्थानों पर होती है सफाई
कर्मचारी रात को आठ बजे से 12 बजे तक सफाई करते हैं। जिस एरिया में डोर टू डोर कचरा उठाने वाले कर्मचारी नहीं जाते हैं, वहां इन कर्मचारियों से काम करवाया जाएगा। कर्मचारी छात्रावास रोड, खुराना रोड, नरवानियां बिल्डिग, ढांड रोड, अंबाला रोड, करनाल रोड बाइपास, मुख्य बाजार, रेलवे गेट, पुराना बस स्टैंड के एरिया में साफ-सफाई करते हैं। इन कर्मचारियों पर एक माह में साढ़े छह लाख रुपये खर्च किए जाते हैं।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि रात की सफाई को लेकर टेंडर रद किया हुआ है। टेंडर रद करने को लेकर ठेकेदार ने कोर्ट में अपील की हुई है। जिला पालिका आयुक्त इस मामले को देख रहे हैं। जो भी निर्देश होंगे, उसके अनुसार आगामी प्रक्रिया की जाएगी।