कचरा उठान पर साल में खर्च होंगे तीन करोड़ 24 लाख
नगर परिषद की ओर से डोर टू डोर कचरा उठान को लेकर लगाए गए टेंडर की तकनीकी बिड खोल दी गई है। सबसे पहले 12 अगस्त को टेंडर लगाया गया था और 28 अगस्त को टेंडर खोलना था।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की ओर से डोर टू डोर कचरा उठान को लेकर लगाए गए टेंडर की तकनीकी बिड खोल दी गई है। सबसे पहले 12 अगस्त को टेंडर लगाया गया था और 28 अगस्त को टेंडर खोलना था। नप एक्सईएन के बीमार होने के कारण टेंडर प्रक्रिया को रोक दिया गया था। उसके बाद 22 सितंबर को टेंडर खोला जाना था। नप ने तकनीकी बिड खोल दी थी, लेकिन नियमानुसार टेंडर नहीं लगने के कारण टेंडर को रद कर दिया गया था। उसके बाद दस अक्टूबर को टेंडर रिकॉल कर दिया गया था, जिसे 19 अक्टूबर को खोला जाना था। दूसरी बार टेंडर की तकनीकी बिड खोली गई है। इसके लिए आठ एजेंसियों ने टेंडर भरा है। फाइनेंशियल बिड खोलने के लिए शहरी स्थानीय निकाय विभाग से अनुमति ली जाएगी। जिस एजेंसी से सबसे कम रेट भरे होंगे और टेंडर की सभी शर्तों को पूरा करती होगी उसे टेंडर दिया जाएगा। इस बार नप की ओर से साल में तीन करोड़ 24 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे पहले साल में एक करोड़ 80 लाख रुपये खर्च किए जाते थे। फिलहाल पुरानी एजेंसी से की डोर टू डोर कचरा उठान का कार्य करवाया जा रहा है।
कचरे का करना होगा निस्तारण
इस बार जो भी एजेंसी टेंडर लेगी उसे कचरे का एकत्रित करने की बजाय उसका नियमित रूप से निस्तारण करना होगा। इससे पहले एजेंसी का काम कचरा एकत्रित कर खुराना रोड स्थित कचरा डंपिग प्लांट में डालने का था। नप ने डंपिग प्लांट में जमा कचरे के निस्तारण को लेकर भी टेंडर लगाया हुआ है। प्लांट से कचरा पूरी तरह से खत्म करने पर सात करोड़ 58 लाख रुपये खर्च किए जाने हैं। करीब छह साल से प्लांट में कचरा जमा हो रहा है।
वाहनों पर लगेंगे जीपीएस
शहर से रोजाना 70 से 80 टन कचरे का उठान होता है। नई एजेंसी को अपने वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाना होगा। शहर की हर गली में आरएफ आइडी बनानी होगी। हर आइडी का एक नंबर लगा होगा जो नगर परिषद के सिस्टम से ऑनलाइन जुड़ा होगा। जिस भी गली से कचरा उठेगा उसका संदेश नप में लगाए जाने वाले सिस्टम पर आएगा।
फाइनेंशियल बिड के लिए विभाग से अनुमति ली जा रही
डोर टू डोर कचरा उठान के टेंडर की तकनीकी बिड खोली गई है। फाइनेंशियल बिड खोलने के लिए विभाग से अनुमति ली जा रही है। अनुमति मिलते ही बिड खोल दी जाएगी और नई एजेंसी काम शुरू कर देगी। अशोक कुमार, ईओ नगर परिषद।