मानसून के ट्रेलर ने दिखाई प्रशासन की नाकामी की तस्वीर
सबसे ज्यादा कैथल खंड में 113 तो सबसे कम कलायत में 17 एमएम बरसात - जलभराव से लोगों को आई परेशानी निचली बस्तियों में पानी ही पानी - किसानों के खिले चेहरे धान की फसल को फायदा - पानी घुसने से नई अनाज मंडी पुलिस चौकी का रिकार्ड हो गया खराब
जागरण संवाददाता, कैथल : वाट्सएप पर शनिवार को एक वीडियो वायरल होता है, जिसमें एक सिपाही अनाज मंडी चौकी के हालात दिखा रहा था। पुलिस चौकी में दो-दो फीट तक पानी भर चुका था और इचांर्ज से लेकर मुंशी तक सभी के दफ्तरों में रखा रिकार्ड भीग गया। सिपाही ने इस महज 54 सेकंड के वीडियो में अपने विभाग से लेकर पूरी व्यवस्था की नाकामी की कहानी बयान कर दी। यह पुलिस चौकी एक बानगी भर है, जो बाढ़ राहत और मानसून से पहले के शहर में किए प्रबंधों को लेकर रोजाना सरकारी विज्ञप्तियों के जरिये प्रशासन करता रहा है। जिले में शुक्रवार रात को साढ़े 11 बजे शुरू हुई बरसात शनिवार सुबह छह बजे तक जारी रही। सीवरेज ठप होने से घरों में पानी घुस गया। रातभर लोग बरसाती पानी को निकालने में लग रहे। सुबह सड़कों पर पानी ही पानी नजर आया। शहर की निचली बस्तियों में तो काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बंद सीवरेज और नालों के कारण लोगों को काफी दिक्कत आई। शहर की नई अनाज मंडी में पानी भरने से जींद-कैथल मार्ग पर सड़क धंस गई। इस कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कत आई। कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे लाइन पर बनाए गए अंडरपासों में पानी भरने के कारण आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई। कैथल शहर से कलायत को जोड़ने वाले मार्ग पर रोहेड़ियां गांव के नजदीक सड़क पर दो-दो फीट तक पानी भरने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शहर के अंबाला रोड, करनाल रोड, ढांड रोड, हुडा सेक्टर 19, कबूतर चौक, भगत सिंह चौक पर जल भराव की स्थिति रही। सुबह करीब छह बजे तक हुई बरसात
लोग पिछले करीब एक सप्ताह से भीषण गर्मी का सामना कर रहे थे। शुक्रवार रात को करीब साढ़े 11 बजे मौसम में बदलाव हुआ और बरसात शुरू हो गई। सुबह करीब छह बजे तक बरसात चलती रही। शुरुआत में तेज आंधी भी बरसात के साथ चली, लेकिन बाद में हवा कम होने के साथ बरसात बढ़ गई। डीसी कैथल कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार कैथल खंड में 113 एमएम, गुहला 60, कलायत 17, पूंडरी 99, सीवन 98, ढांड 92, राजौंद, 80 एमएम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून की शुरुआत हो चुकी है। अगले दो-तीन दिनों तक इसी तरह से मौसम रहने की संभावना है।
मानसून के लिए लाखों का बजट, फिर भी सीवर ठप
मानसून के लिए शहर की सफाई को लेकर लाखों रुपये का बजट दिया जाता है, लेकिन पहली बरसात में ही शहर पानी से लबालब नजर आया। सीवरेज और नालों की सफाई न होने के कारण सड़कों पर पानी ही पानी हो गया। बैंक कालोनी से चंदाना गेट तक आने वाली सड़क पर पानी भरने के कारण लोगों को काफी दिक्कत आई। शहर में ढांड रोड, करनाल रोड व अंबाला रोड के दोनों तरफ एक से डेढ़ फीट से ज्यादा पानी जमा हो गया। साथ ही पिहोवा चौक के चारों ओर, पुरानी मंडी, कबूतर चौक, कमेटी चौक, भगत सिंह चौक के पास का क्षेत्र, नई अनाज मंडी, हिदू स्कूल के सामने की सड़क, पुराना बाईपास, रेलवे गेट व माता गेट पर जलभराव हुआ। शहर की कई कालोनियों शक्ति नगर, अमरगढ़ गामड़ी, देवीगढ़ रोड, जनता मार्केट, जालंधरी मोहल्ला यहां तक कि हुडा की सड़कें भी जलमग्न हो गई।
बरसाना में पोल्ट्री फार्म का शेड गिरने से मुर्गियां मरीं
संस, पूंडरी : शुक्रवार रात आए तूफान और तेज बारिश के कारण गांव बरसाना में स्थित एक पोलट्री फार्म की एक यूनिट की छत धराशाई हो गई जिस कारण हजारों मुर्गियां मर गई। पोल्ट्री फार्म के मालिक पालाराम पुत्र करताराम निवासी बरसाना ने कहा कि गांव में ही डा. एमजेरी गल लाइफ स्टाइल हर्बल एंड आर्गेनिक एग के नाम से उसका फार्म है। जिसकी एक यूनिट में करीब 20 हजार मुर्गियां थीं। उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा के बारे पुलिस को भी अपनी शिकायत दे दी है।
ड्रेनों की नहीं हो रही सफाई
शहर में मानस, ग्योंग और कैथल ड्रेन की साफ-सफाई का कार्य जनस्वास्थ्य विभाग देख रहा है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र की ड्रेनों की सफाई सिचाई के अधिकार क्षेत्र में है। हुडा सेक्टर के नजदीक से निकल रही ग्योंग ड्रेन में गंदगी जमा होने के कारण पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर जमा हो गया। इस कारण सिविल अस्पताल आने-जाने के लिए लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हुडा सेक्टर 18 का गंदा पानी भी यहां सप्लाई हो रहा है।