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पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा के सदस्यों ने की बैठक

जासं कैथल पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा की बैठक पिछड़ा वर्ग कल्याण मंच एवं एससी बीसी एकता म

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 06:18 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 06:18 PM (IST)
पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा के सदस्यों ने की बैठक
पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा के सदस्यों ने की बैठक

जासं, कैथल : पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा की बैठक पिछड़ा वर्ग कल्याण मंच एवं एससी बीसी एकता मंच के संयुक्त बैनर तले हनुमान वाटिका में हुई। अध्यक्षता एससी बीसी एकता मंच के जिला प्रधान धर्मपाल ने की। मंच का संचालन धर्मवीर प्रजापति ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा के राज्य महासचिव इंद्र सिंह जजनवाला, एससी बीसी एकता मंच के महासचिव सुरेश लोधर, जगदीश मेहरा, डा. सिमरा पाई, पिछड़ा वर्ग कल्याण सभा के जिला प्रधान प्रेम सिंह जांगड़ा, मास्टर दलबीर राठी, बामसेफ के राष्ट्रीय सचिव सुरेश द्रविड़, मूलनिवासी सुभाष जांगड़ा, चेयरमैन महेंद्र सिंह धनिया, मास्टर शमशेर कालिया, मास्टर सुनील कुमार, कमल कांत वर्मा, रूलदू राम नंबरदार प्रजापति, साइन ट्रस्ट चिका के संचालक नीटू जांगड़ा, मास्टर राजेश सिंहमार ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि हरियाणा सरकार के द्वारा 17 नवंबर 2021 को ओबीसी की क्रीमी लेयर से संबंधित अधिसूचना जारी की गई है जो पिछले वर्ग समाज पर एक बहुत बड़ा कुठाराघात है। क्रीमिलेयर की परिभाषा को हरियाणा सरकार ने सिर्फ आर्थिक आधार पर छह लाख मानक तय किया है, जो पिछडा वर्ग के आम लोगों के हितों के खिलाफ और नियम विरूद्ध है। क्रीमिलेयर की परिभाषा व्यक्ति के सामाजिक स्तर और आर्थिक आधार के हिसाब से ही होनी चाहिए न कि सिर्फ आर्थिक आधार पर। राष्ट्रीय पिछडा वर्ग आयोग पिछले 25 वर्षों से क्रीमिलेयर के लिए उच्चतम न्यायालय के फैसले के हिसाब से भारत सरकार और हरियाणा सरकार को राय देता आ रहा हैं, ताकि पिछड़ा वर्ग के लोग आरक्षण का लाभ उठे सके।

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