भूमिगत जल का करें सही प्रयोग : धूमन
जागरण संवाददाता, कैथल : विश्व पृथ्वी दिवस पर नीर आर्गेनाइजेशन ने आरकेएसडी कॉलेज में एकविश्व पृथ्वी दिवस पर नीर आर्गेनाइजेशन ने आरकेएसडी कॉलेज में एक सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें बतौर मुख्यातिथि हरेडा हरियाणा के चेयरमैन शैलेंद्र शुक्ला मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के चेयरमैन प्रशांत भारद्वाज पहुंचे। नीर आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धूमन ¨सह किरमच ने कहा कि भूमिगत जल का जब तक किसान से लेकर आम व्यक्ति तक सही इस्तेमाल नहीं करेगा तब तक धरती हरी-भरी नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, कैथल : विश्व पृथ्वी दिवस पर नीर आर्गेनाइजेशन ने आरकेएसडी कॉलेज में एक सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें बतौर मुख्यातिथि हरेडा हरियाणा के चेयरमैन शैलेंद्र शुक्ला मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के चेयरमैन प्रशांत भारद्वाज पहुंचे। नीर आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धूमन ¨सह किरमच ने कहा कि भूमिगत जल का जब तक किसान से लेकर आम व्यक्ति तक सही इस्तेमाल नहीं करेगा तब तक धरती हरी-भरी नहीं होगी। चेयरमैन शैलेंद्र शुक्ला ने कहा कि हमें किसान के साथ-साथ आम व्यक्ति को भी जल संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। हम किस तरह से जल बचा सकते हैं इस बात पर चिंतन करना होगा। अब हरियाणा में पहले की तरह बरसात कम हो गई है जिसकी वजह से हरियाणा की धरती हरी-भरी नहीं रही है अगर हम विश्व धरती दिवस पर यह संकल्प लेंगे कि हर एक व्यक्ति 10 पौधे अपने आस-पास लगाएगा तो सौ प्रतिशत जो बारिश का अनुपात बढ़ जाएगा। प्रशांत ने कहा कि सरस्वती का उद्गम आदिबद्री से होकर कैथल कलायत से होकर जाता है कैथल का भी हिस्सा उसमें एक समय था जब सरस्वती के पानी के इस्तेमाल करता था, लेकिन गलत डायरेक्शन की वजह से लोगों ने सरस्वती को गलत इस्तेमाल किया। राजीव बंसल ने कहा कि काडा ने ड्रिप इरीगेशन सोलर प्लांट से चलने वाले साधनों का डेवलपमेंट हरियाणा सरकार ने किया है। पूरे हरियाणा में 25 गांव में जो जोहड़ों से पानी पायलट प्रोजेक्ट के माध्यम से सोलर सिस्टम से किसानों के खेत में पहुंचाया जाएगा ताकि उस पानी का सही इस्तेमाल हो सके और बिजली भी ना खर्च हो। इस मौके पर राजीव बंसल, राव सुरेंद्र, श्याम वर्मा, संजय भारद्वाज, अर्जुन त्यागी, सत्य प्रकाश गर्ग, राजेश, सतपाल चुग, मोहित राठी, धर्मवीर, सुनील, गोपाल सैनी, गुरनाम ¨सह, कृष्ण सैनी मौजूद थे।