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कराटे के 21 सर्टिफिकेट मिले फर्जी खेल विभाग ने किए रद

जिला खेल विभाग की ओर से पहली बार बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई है। विभाग ने कराटे खेल के 21 डी ग्रेड के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट रद कर दिए हैं। ये सर्टिफिकेट साल 2018-19 में बनाए गए थे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Feb 2021 06:16 AM (IST)Updated: Tue, 02 Feb 2021 06:16 AM (IST)
कराटे के 21 सर्टिफिकेट मिले  फर्जी खेल विभाग ने किए रद
कराटे के 21 सर्टिफिकेट मिले फर्जी खेल विभाग ने किए रद

सुनील जांगड़ा, कैथल : जिला खेल विभाग की ओर से पहली बार बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई है। विभाग ने कराटे खेल के 21 डी ग्रेड के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट रद कर दिए हैं। ये सर्टिफिकेट साल 2018-19 में बनाए गए थे।

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विभाग की ओर से 2019 में ग्रेडेशन बनाने को लेकर नए नियमों का पत्र जारी किया गया था। पत्र मिलने के बाद विभाग की ओर से बनाए गए सभी ग्रेडेशनों की जांच की गई थी। विभाग ने अब तक विभिन्न खेलों के 87 सर्टिफिकेट बनाए हैं, जिसमें से 21 रद हो गए हैं।

जांच के दौरान कराटे के 21 खिलाड़ियों के जमा करवाए हुए प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। अब विभाग की ओर से तुरंत प्रभाव से इन्हें रद कर दिया गया है और खिलाड़ियों को सर्टिफिकेट जमा करवाने के लिए पत्र लिख दिया है। इन सभी खिलाड़ियों ने जिस एसोसिएशन के सर्टिफिकेट लगाए हुए थे, उन पर एसोसिएशन के गलत पदाधिकारियों के हस्ताक्षर किए हुए थे। बता दें कि हरियाणा में विभिन्न खेलों की एसोसिएशन बनी हुई हैं। उनमें से कुछ ऐसी हैं जो फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र जारी कर देती हैं।

यह पाई गई प्रमाण पत्रों में कमी

खिलाड़ियों ने ट्रेडिशनल हरियाणा एसोसिएशन के प्रमाण पत्र लगाए हुए थे। 14 मई 2017 से 31 मार्च 2019 तक एसोसिएशन के प्रधान जयप्रकाश और महासचिव रजनीश चौधरी थे। जो प्रमाण पत्र इन खिलाड़ियों ने लगाए हुए थे, उन पर इन पदाधिकारियों के हस्ताक्षर नहीं थे,जबकि ये प्रमाण पत्र 2017-18 में खेली गई प्रतियोगिता के थे।

जिला स्तर पर बनते हैं सर्टिफिकेट

खेल विभाग की ओर से स्थानीय स्तर पर सी और डी ग्रेड के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनाकर दिए जाते हैं। खिलाड़ी आवेदन जमा करवा रहे हैं। अब इन आवेदनों की जांच करने के लिए प्रशिक्षकों की कमेटी बना दी गई है। पहले कमेटी प्रमाण पत्रों की जांच करती है और उसके बाद जिला खेल अधिकारी प्रमाण पत्र जारी करतीं हैं। सी ग्रेड के सर्टिफिकेट के लिए सीनियर नेशनल में मेडल और डी ग्रेड के लिए नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेने पर, स्कूली नेशनल प्रतियोगिता में मेडल और खेल महाकुंभ स्टेट में मेडल होना जरूरी है।

ये हैं सर्टिफिकेट के फायदे

खिलाड़ियों के लिए इन सर्टिफिकेट के बहुत फायदे होते हैं। जो खिलाड़ी किसी भी कालेज में स्पो‌र्ट्स कोटा में दाखिला लेना चाहता है, इसके लिए यह सर्टिफिकेट बहुत जरूरी है। बिना सर्टिफिकेट खिलाड़ी को खेल कोटा में दाखिला नहीं मिलता। सरकारी नौकरियों में भी स्पो‌र्ट्स कोटा होता है। उसमें आवेदन करने के लिए भी खिलाड़ी के पास भर्ती की श्रेणी के हिसाब से ए, बी, सी या डी सर्टिफिकेट होना जरूरी है। सरकार की ओर से भी इन्हें विभिन्न प्रकार की सुविधाएं दी जाती हैं। खिलाड़ी जिस जिले की ओर से खेलता है उसी जिले में सी व डी ग्रेड का सर्टिफिकेट बन सकता है।

2019 में जारी की गई थी गाइडलाइन

जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने बताया कि फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाने पर कराटे के 21 डी ग्रेड के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट रद किए गए हैं। विभाग की ओर से 2019 में ग्रेडेशन को लेकर गाइडलाइन जारी की गई थी। उसके अनुसार जब जांच की गई तो इन खिलाड़ियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे।


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