Move to Jagran APP

नवरात्र के सातवें दिन मंदिरों में किया मां कालरात्रि का पूजन

नवरात्र के सातवें दिन जिले भर के मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। माता के भक्त सुबह ही मंदिरों में पहुंचे और पूजा अर्चना की। मंदिरों में सुबह-शाम भक्तों की भारी भीड़ लग जाती है। लाइनों में लग कर भक्त पूजा अर्चना करते हैं। नवरात्र को लेकर शहर के सभी मंदिर सजे हुए हैं। सातवें दिन माता कालरात्रि की पूजा की गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Oct 2019 08:10 AM (IST)Updated: Sun, 06 Oct 2019 08:10 AM (IST)
नवरात्र के सातवें दिन मंदिरों में किया मां कालरात्रि का पूजन
नवरात्र के सातवें दिन मंदिरों में किया मां कालरात्रि का पूजन

जागरण संवाददाता, कैथल : नवरात्र के सातवें दिन जिले भर के मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। माता के भक्त सुबह ही मंदिरों में पहुंचे और पूजा अर्चना की। मंदिरों में सुबह-शाम भक्तों की भारी भीड़ लग जाती है। लाइनों में लग कर भक्त पूजा अर्चना करते हैं। नवरात्र को लेकर शहर के सभी मंदिर सजे हुए हैं। सातवें दिन माता कालरात्रि की पूजा की गई। मां कालरात्रि को यंत्र, मंत्र और तंत्र की देवी कहा जाता है। हनुमान वाटिका के मुख्य पुजारी विशाल शर्मा ने बताया कि मां दुर्गा ने असुर रक्तबीज का वध करने के लिए कालरात्रि को अपने तेज से उत्पन्न किया था। मां कालरात्रि के उच्चारण से ही भूत, प्रेत भाग जाते हैं। आज अष्टमी के त्योहार पर व्रत रखने वाली महिलाएं कन्याओं का पूजन करेंगी। माता के भक्त हलवा, पूरी और छोले बनाकर पहले माता को भोग लगाएंगे फिर कन्याओं को भोजन करवाएंगे। कन्या पूजन के बाद महिलाएं अपना व्रत पूरा करेंगी। अष्टमी के त्योहार को लेकर महिलाओं ने भी बाजार में खूब खरीदारी की। बॉक्स-

loksabha election banner

महिलाओं को दिलवाया आपसी तालमेल मजबूत करने का संकल्प

नवरात्र को लेकर हर गली-मोहल्ले में महामाई का गुणगान हो रहा है। इसी क्रम में सुरभि जागरण मंडल की ओर से एमडीएन प्राइमरी स्कूल के पास आयोजित महामाई के जागरण में पंडित चंद्रकांत शर्मा व अंकुश निर्मल ने मुख्य यजमान के तौर पर ज्योति प्रजवलित की। मंडल के प्रधान बीरभान निर्मल ने विभिन्न समाज सेवी संगठनों की मौजूदगी में नारी उत्थान व महिलाओं के आपसी तालमेल को मजबूत करने का संकल्प करवाया। मां भगवती जागरण के धार्मिक समागम के दौरान सामाजिक सरोकार से जुड़ी इस मुहिम का खचाखच भरे पंडाल ने हाथ उठाकर समर्थन किया। कार्यक्रम का दूसरा चरण भक्ति रस के नाम रहा। मनोरम झांकियों ने भी हर एक को अपनी ओर आकर्षित किया। मां के जागरण के दौरान मेवा व फल के प्रसाद का वितरण किया तथा सुबह मां तारा रानी की कथा के बाद संपन्न हुई आरती के पश्चात श्रद्धालुओं में हलवा व काले चने के प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर सागर अमनदीप, चेतन, हर्षित कांसल ने भी योगदान दिया। ---------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.