धान के अवशेषों को जलाने वाले किसानों पर दर्ज करवाएं एफआइआर: एसडीएम
एसडीएम कमलप्रीत कौर ने सरपंचों, पंचों, ग्राम सचिवों व पटवारियों को निर्देश दिए कि वे धान की फसल के अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाएं। इसके साथ-साथ वे अपने-अपने क्षेत्रों में किसानों को धान के फसल अवशेषों को आग के हवाले न करने के बारे में भी जागरूक करें।
जागरण संवाददाता, कैथल : एसडीएम कमलप्रीत कौर ने सरपंचों, पंचों, ग्राम सचिवों व पटवारियों को निर्देश दिए कि वे धान की फसल के अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाएं। इसके साथ-साथ वे अपने-अपने क्षेत्रों में किसानों को धान के फसल अवशेषों को आग के हवाले न करने के बारे में भी जागरूक करें।
एसडीएम कमलप्रीत कौर लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में संबंधित गांव के सरपंच, पंच, ग्राम सचिव व पटवारियों की बैठक ले रही थी। उन्होंने कहा कि कहा कि मंदिर व गुरुद्वारों के माध्यम से हर रोज मुनादी करवाएं। सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कृषि यंत्रों पर अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है। किसानों को समझाएं कि सरकार ने जिला में फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कस्टम हाय¨रग सेंटर स्थापित किए हैं, जिन पर फसल अवशेष प्रबंधन के कृषि यंत्र उपलब्ध हैं। किसान अपने नजदीकी सेंटर से किराए पर अपनी फसल के अवशेषों का सही प्रबंधन करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसल के अवशेषों को कृषि यंत्रों के माध्यम से जमीन में मिलाकर जमीन की उपजाऊ शक्ति को बढ़ा सकते हैं। फसल के अवशेषों को बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं। फसल अवशेष जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती है तथा पानी सोखने की क्षमता भी कम होती है। इस मौके पर कृषि उपनिदेशक डॉ. महावीर ¨सह, नायब तहसीलदार सुरेश कुमार मौजूद थे।