पांच माह बाद चली निजी बसें यात्रियों की संख्या रही नाममात्र
रोडवेज बसों के बाद रविवार से सभी प्राइवेट बसों का संचालन हो गया। इससे ग्रामीण क्षेत्र के रूटों के यात्रियों को सबसे ज्यादा फायदा मिला।
जागरण संवाददाता, कैथल:
रोडवेज बसों के बाद रविवार से सभी प्राइवेट बसों का संचालन हो गया। इससे ग्रामीण क्षेत्र के रूटों के यात्रियों को सबसे ज्यादा फायदा मिला। वहीं बता दें कि 22 मार्च को लॉकडाउन लगा था। बसों को आरटीए कार्यालय विभाग में खड़ा कर दिया था। उसके बाद आठ जुलाई से सभी प्राइवेट बसों में से एक चौथाई बसों को विभाग से चलाने के निर्देश मिले। लेकिन उस समय 30 यात्रियों को बैठने की अनुमति दी। लेकिन अब सभी बसों में पर्याप्त सीट के अनुसार यात्रियों को सफर करने की अनुमति दी गई है।
बसों को संचालन से पहले किया सैनिटाइजर-
बसों को संचालन से पहले सैनिटाइजर किया गया। इसके बाद ही बसों को अपने- अपने रूटों पर भेजा गया है। पहले दिन बसों में रविवार होने के कारण नाममात्र यात्री रहे। बसों की तेल के हिसाब से आमदनी नहीं हुई।
92 बसें निकली डिपो से-
कैथल डिपो से लॉकडाउन के बाद पहली बार 92 प्राइवेट बसें चली। इससे पहले 30 के करीब बसें चल रही थी। अब सभी प्राइवेट बसों का परिचालन होने से एक तरफ जहां ग्रामीण यात्रियों को आने जाने में सुविधा मिल गई है। बस के संचालकों को भी राहत मिली है। आमदनी में इजाफा होगा। सभी बसों के चालक व परिचालकों को मास्क लगाने के बाद बसों में प्रवेश दिया गया। बिना मास्क यात्रियों को बसों में नहीं बैठाया गया।
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पुरानी समय सारणी से चलाई बसें: शीशपाल
आरटीए सचिव शीशपाल बताया कि पहले दिन सभी बसों को पुरानी समय सारणी के साथ रवाना किया गया। बस में बिना मास्क कोई यात्री प्रवेश नहीं करेगा। चालक व परिचालक के भी बिना मास्क चालान किया जाएगा। सभी बसों को चलाने की अनुमति दे दी है।