खुदाई होने के बाद गलियों को नहीं बनाया, हो रही है परेशानी
कस्बा में जब से सीवरेज की खुदाई हुई है और सीवरेज के पाइप डले हैं तभी से यह ग्रामीणों के लिए गले का फांस बनी है। नगर की गलियों की खुदाई होने के बाद गलियों को नहीं बनाया गया है और गलियां उबड़ खाबड़ हैं।
संवाद सहयोगी, सीवन : कस्बा में जब से सीवरेज की खुदाई हुई है और सीवरेज के पाइप डले हैं, तभी से यह ग्रामीणों के लिए गले का फांस बनी है। नगर की गलियों की खुदाई होने के बाद गलियों को नहीं बनाया गया है और गलियां उबड़ खाबड़ हैं। बरसात के दिनों में तो गलियों में निकलना कठिन होता है। जिन गलियों में निर्माण कार्य चल रहा है, वहां कछुआ गति से चल रहा है। सीवरेज की खुदाई को बंद हुए भी करीब दो वर्ष का समय बीत चुका है, लेकिन अभी भी नगर के कई हिस्सों में सीवरेज के खुदाई के स्थान पर सड़क बैठ जाती है। सरकारी अस्पताल को जाने वाली सड़क पर पहले भी कई बार सीवरेज की खुदाई के बाद से सड़क पर गड्ढे बने हैं। अब एक बार फिर से सड़क बैठ गई है और सड़क पर गड्डे बन गए हैं। इसमें सीवरेज दबाने वाले ठेकेदार और जन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है। नगर निवासियों की मांग है कि गलियों को दुरुस्त करवाई जाए और दूसरा इस प्रकार के गड्ढे बार बार न हो इसकी सही व्यवस्था की जाए।
जलघर के टैंकों का एसडीओ कर्मवीर ने किया निरीक्षण
संवाद सहयोगी, राजौंद: जन स्वास्थ्य विभाग के पुराने जलघर के टैंकों का एसडीओ कर्मवीर ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जलघर के आस पास गंदा पानी जमा हुआ मिला। एसडीओ ने कहा कि अगर जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो विभाग द्वारा विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
एसडीओ ने कहा कि जन स्वास्थ्य विभाग आपके विरुद्ध कार्रवाई करने को मजबूर होगा। इसलिए जिन घरों से दूषित पानी आ रहा है वह अपने पानी को वाटर सप्लाई में आने से रोके, ताकि विभागीय कार्रवाई से बचा जा सके। इस दौरान एसडीओ ने वार्ड नंबर पार्षदों को बुलाकर भी चेतावनी दी कि वह पानी निकासी की व्यवस्था नालियों में करवाएं।