17 अक्टूबर को मनाया जाएगा करवाचौथ का पर्व
करनाल रोड स्थित हनुमान वाटिका के मुख्य पुजारी विशाल शर्मा ने बताया कि करवाचौथ का पर्व हर सुहागन महिला के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह व्रत पति-पत्नी के बीच आपसी प्यार और समझ को बढ़ाने वाला पर्व है। इस बार का करवाचौथ 17 अक्टूबर को है।
जागरण संवाददाता, कैथल : करनाल रोड स्थित हनुमान वाटिका के मुख्य पुजारी विशाल शर्मा ने बताया कि करवाचौथ का पर्व हर सुहागन महिला के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह व्रत पति-पत्नी के बीच आपसी प्यार और समझ को बढ़ाने वाला पर्व है। इस बार का करवाचौथ 17 अक्टूबर को है। महिलाएं अपने पति के सौभाग्य, अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए व्रत करती हैं। ये व्रत निर्जला होता है यानी इस दिन महिलाएं पानी भी नहीं पीती हैं। चतुर्थी पर चौथ माता की पूजा की जाती है। रात में चौथा माता की पूजा की जाती है और चंद्रोदय के बाद चंद्र को अर्घ्य दिया जाता है। इसके बाद ही महिलाएं भोजन करती हैं। करवा चौथ माता की पूजा में उनकी कथा पढ़ना और सुनना भी जरूरी है। वहीं पर्व को लेकर बाजारों में चहल-पहल शुरू हो गई है। महिलाएं बाजार में खरीदारी करने के लिए पहुंच रही हैं। आभूषण, नए वस्त्रों व श्रृंगार की दुकानें सज चुकी हैं।