म्हारा गांव जगमग योजना के तहत आने वाले गांवों में बढ़ी चोरी
बिजली निगम की म्हारा गांव जगमग योजना के तहत आने वाले गांवों में लाइनलॉस बढ़ गया है। जिसके बाद अब निगम ने इन गांवों में बिजली की सप्लाई का समय भी कम कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
बिजली निगम की म्हारा गांव जगमग योजना के तहत आने वाले गांवों में लाइनलॉस बढ़ गया है। जिसके बाद अब निगम ने इन गांवों में बिजली की सप्लाई का समय भी कम कर दिया है। बता दें कि निगम की ओर से लॉकडाउन के दौरान छापेमारी बंद की गई थी। जिस कारण इन गांवों में लाइनलॉस बढ़ गया है। छापेमारी बंद करने के बाद अब अधिकतर गांवों में बिजली चोरी अधिक हो रही है। हालांकि निगम के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने बिजली चोरी रोकने को लेकर छापेमारी दोबारा शुरू कर दी है। जल्द ही इस लाइनलॉस को कम कर दिया जाएगा।
बता दें कि जिले के तीन डिविजनों में कुल 143 फीडरों में से कुल 107 फीडरों को इस योजना में शामिल किया जाना था। जो इस योजना में शामिल भी हो गए थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद इस योजना में केवल फीडरों पर लाइनलॉस अधिक होने के कारण इसमें केवल 75 गांव ही रह गए है। जिसमें पूरे 24 घंटे की सप्लाई दी जा रही है। जबकि अन्य 87 गांवों में लॉकडाउन के दौरान लाइनलॉस अधिक बढ़ा है। जिस कारण यहां पर सप्लाई कम कर दी है। अब इन गांवों में 24 घंटे की बजाय केवल 14 से 16 घंटे की ही सप्लाई दी जा रही है।
इतने फीडर हैं जगमग योजना में शामिल कैथल :
जिले में कैथल डिविजन में 33, पूंडरी में 27 और गुहला में 15 फीडरों को म्हारा गांव जगमग योजना के तहत शामिल किया गया है। अब इन फीडरों के तहत आने वाले कुछ गांवों के ग्रामीणों की ओर से महामारी के दौरान लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए चोरी की जा रही है। फीडरों पर बढ़ रहे लाइनलॉस से इस योजना के तहत आने वाले गांवों में बिजली चोरी की जानकारी निगम को मिल रही है। अभी निगम इसके बारे में विस्तार से जानकारी जुटा रहा है।
2015 में शुरू हुई थी योजना :
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने 2015 में म्हारा गांव जगमग गांव योजना की घोषणा की थी और 24 घंटे बिजली देने का दावा किया था। बिजली मीटर बाहर होने के बाद जब ग्रामीण 24 घंटे बिजली की मांग करने लगे तो विभाग ने तर्क दिया कि पहले लॉस को कम करें। इन गांव में योजना का कार्य तो पूरा हो चुका लेकिन लॉस आज भी 30 से 50 प्रतिशत तक है।
जानकारी जुटाएंगे :
उत्तर हरियाणा बिजली निगम के एसई बीएस रंगा ने बताया कि ऐसा नहीं है कि जगमग योजना के तहत आने वाले गांवों में लाइनलॉस बढ़ा है। जिन गांवों में दो से तीन साल पहले केबल डली है, उसके खराब होने के कारण लाइनलॉस बढ़ सकता है। लाइनलॉस किस कारण बढ़ रहा है। इसकी जानकारी जुटाई जाएगी।