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डीग गांव में नहीं है सफाई का प्रबंध तालाब में गंदगी , ग्रामीणों में रोष

कैथल पूंडरी खंड के गांव डीग में लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही है। यहां सफाई का बिल्कुल भी प्रबंध नहीं है। इसके साथ ही तालाबों में भी गंदगी का आलम है। अधिकतर गली और नालियां टूटी है। नालियों के टूटने के कारण यहां हर समय गंदा पानी सड़क पर आता है। जिस कारण यहां बीमारियों के फैलने का खतरा बना है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गलियों से पानी सड़क पर आने और पानी निकासी का प्रबंध न होने के कारण अधिक दिक्कतें उठानी पड़ती है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 06:00 AM (IST)
डीग गांव में नहीं है सफाई का प्रबंध तालाब में गंदगी , ग्रामीणों में रोष

जागरण संवाददाता, कैथल : कैथल : पूंडरी खंड के गांव डीग में लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही है। यहां सफाई का बिल्कुल भी प्रबंध नहीं है। इसके साथ ही तालाबों में भी गंदगी का आलम है। अधिकतर गली और नालियां टूटी है। नालियों के टूटने के कारण यहां हर समय गंदा पानी सड़क पर आता है। जिस कारण यहां बीमारियों के फैलने का खतरा बना है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गलियों से पानी सड़क पर आने और पानी निकासी का प्रबंध न होने के कारण अधिक दिक्कतें उठानी पड़ती है। यदि पंचायत और जिला प्रशासन गांव की समस्याओं पर ध्यान देगी तो समस्याओं का समाधान होगा। इसके साथ ही गांव में कई पीने के पानी की सप्लाई भी नहीं मिल पाती है।

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नालियां टूटने से परेशानी :

ग्रामीण राजबीर सिंह ने बताया कि गांव में वैसे तो अधिकतर गलियों का निर्माण ग्राम पंचायत की ओर से करवाया गया है, लेकिन गांव में ही स्थित कुछेक हिस्सों को छोड़ दिया है। यहां न तो गली का निर्माण हुआ और न ही नालियों का। नालियों का निर्माण न होने से सड़क पर पानी आ रहा है, जिससे यहां पर गंदगी का आलम है। पंचायत की ओर से यहां निर्माण कार्य करवाया जाना चाहिए, जिससे ग्रामीणों को निजात मिल सके।

गांव में कई स्थानों पर गंदगी :

ग्रामीण नीरज कुमार ने बताया कि गांव में कई स्थानों पर गंदगी है। यहां पर नियमित रुप से सफाई हो तो कुछ बात बन पाएगी। गांव में सफाई न होने के कारण भी काफी परेशानियों का सामना ग्रामीणों को करना पड़ता है। वह पंचायत और जिला प्रशासन से गांव की सभी समस्याओं को दूर करने की मांग करते हैं।

गांव में दस हजार के करीब है आबादी

गांव में दस हजार के करीब की आबादी है और करीब साढ़े चार हजार वोट हैं। यहां कानव वृति तीर्थ है। मान्यता है कि सप्त ऋषि में यह ऋषि शामिल है। अमावस्या के दिन इस तीर्थ पर गांव के लोगों की ओर से पूजा-अर्चना करते हैं। इस गांव को बसे 150 से अधिक वर्ष बीत चुके हैं। गांव का बहुत ही गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। कृषि यहां के निवासियों का मुख्य पेशा है। इसके अलावा गांव के कई युवा सरकारी नौकरियों में ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

गलियों का निर्माण करवाया: जय सिंह

गांव के सरपंच जय सिंह ने बताया कि गांव में गलियों का निर्माण करवाया गया है। इसके साथ ही सफाई कर्मचारी भी सफाई के लिए लगाएं गए है। यदि फिर भी कोई समस्या है तो उसे दूर करवा दिया जाएगा, जिससे ग्रामीणों को परेशानी नहीं होगी।


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