चंदाना गांव में पानी निकासी की गंभार समस्या, ग्रामीण परेशान
चंदाना गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है। पानी निकासी गांव की विकट समस्या है। पानी निकासी न होने के कारण सड़कों व गलियों में पानी जमा रहता है। जगह जगह गंदा पानी एकत्रित होने से मक्खी- मच्छर पनप रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल :चंदाना गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है। पानी निकासी गांव की विकट समस्या है। पानी निकासी न होने के कारण सड़कों व गलियों में पानी जमा रहता है। जगह जगह गंदा पानी एकत्रित होने से मक्खी- मच्छर पनप रहे हैं। इससे पीलिया, डायरिया व मलेरियां जैसी गांव में बीमारी फैलने का खतरा रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार समस्याओं को लेकर प्रशासन से अवगत करवा चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। गांव में गंदगी के ढेरों से परेशानी हो चुकी है। कई - कई दिनों तक एक जगह गंदगी एकत्रित रहती है। इससे बदबू आती है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन को समस्याएं दूर करनी चाहिए, ताकि ग्रामीणों को परेशानी न हो।
गांव में नहीं है परिवहन सेवा : देवेंद्र शर्मा
ग्रामीण एडवोकेट देवेंद्र शर्मा का कहना है कि गांव में परिवहन सेवा नहीं है। इस कारण ग्रामीणों के कैथल मुख्यालय में जाने पर भी काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। गांव में बस स्टैंड भी नहीं बनाया गया है। इसके साथ ही गांव से गुजर रही ड्रेन में गंदगी का आलम है। इस ड्रेन की सफाई नहीं करवाई जाती है। कई बार शिकायत देने के बावजूद समस्या का कोई समाधान नहीं होता है। चंदाना से प्यौदा वाली सड़क पर जगह- जगह गड्ढे बने हुए है। दोपहिया वाहन चालकों को निकलने में परेशानी होती है। बरसात के समय गड्ढों में पानी भरा रहता है।
खेल स्टेडियम में सुविधा नहीं है: प्रवीण
ग्रामीण प्रवीण कुमार ने बताया कि खेल स्टेडियम में सुविधाओं का अभाव है। खेलने का सामान नहीं है। कागज तक ही खेल स्टेडियम सीमित है। गांव की गलियों व अन्य मुख्य मार्गाें पर गंदगी का आलम है। यहां पर कोई सफाई नहीं होती है। जिस कारण बीमारियों के फैलने का अधिक खतरा बना रहता है। यहां पर नियमित सफाई कर्मचारी भी नहीं लगाए गए हैं।
नहरी पानी नहीं मिल पा रहा है: अनिल
ग्रामीण अनिल ने बताया कि नहरी पानी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। गंदा पानी पीने को ग्रामीण मजबूर है। कई बार शिकायत कर चुके है, लेकिन कोई समाधान नहीं होता है। गांव में स्थित ऊंचे इलाकों में पानी नहीं पहुंचता है। इस कारण यहां रहने वाले लोग पानी से भी वंचित है।
गांव का इतिहास
गांव की आबादी करीब दस हजार की है, जिसमें पांच हजार से अधिक मतदाता है। गांव में 70 प्रतिशत से अधिक की आबादी पढ़ लिखी है। चंदेल राजपूत के आने से गांव का नाम चंदाना पड़ा। गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है।