तीसरी लहर से निपटने के लिए वेंटिलेटर संचालन की चिकित्सक व स्टाफ नर्सों को दी जाएगी ट्रेनिग
कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ कवायद की जा रही है।
सुरेंद्र सैनी, कैथल : कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चिकित्सक, स्टाफ नर्स व वेंटिलेटर आपरेटरों को ट्रेनिग दी जाएगी। इसमें वेंटिलेटर के संचालक को लेकर बारिकी से प्रशिक्षण दिया जाएगा। 12 जुलाई से यह ट्रेनिग प्रोग्राम शुरू होगा, जो 20 जुलाई तक चलेगा। इसमें न केवल चिकित्सक बल्कि स्टाफ नर्स, आइसीयू वार्ड व एसएनसीयू वार्ड का स्टाफ भी शामिल होगा। प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में यह ट्रेनिग शिविर आयोजित हो रहा है। पहले चिकित्सकों को और फिर नर्सिंग स्टाफ को ट्रेनिग दी जाएगी। इसमें 50 से 200 बेड वाले अस्पतालों के चिकित्सकों व स्टाफ को ट्रेनिग में शामिल किया जाएगा। इस ट्रेनिग प्रोग्राम में कैथल से जिला नागरिक अस्पताल में डिप्टी सिविल सर्जन डा. रेनू चावला, बाल रोग विशेषज्ञ डा. अनिल अग्रवाल, डा. राकेश मित्तल, डा. आशीष मित्तल, डा. राजीव मित्तल, डा. रजत शामिल होंगे। जिला स्वास्थ्य विभाग के पास अब 28 वेंटिलेटर हैं। कोरोना की दूसरी लहर से पहले मात्र दस वेंटिलेटर थे। अब पांच गुहला में 23 सिविल अस्पताल कैथल में लगाए गए हैं।
कोरोना की दूसरी लहर में आई भी दिक्कत
उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी लहर में वेंटिलेटर और आइसीयू संचालन को लेकर काफी दिक्कतें हुई थी, स्टाफ और चिकित्सक होते हुए भी वेंटिलेटर और आइसीयू का मैनेजमेंट नहीं कर पाने के कारण उपकरण होते हुए भी कई स्थानों पर यह काम नहीं आ सके। कुछ को छोड़कर अधिकांश कर्मियों को आइसीयू और वेंटिलेटर संचालन के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की स्थिति में सामने आई थी, जिसके चलते वेंटिलेटर उपलब्ध होत हुए भी कोविड मरीजों के काम नहीं आए। अब तीसरी लहर में इस तरह की दिक्कत न आए, इसलिए विभाग की तरफ से पहले ही चिकित्सकों व स्टाफ सदस्यों को ट्रेनिग दी जा रही है। इसमें वेंटिलेटर के संचालक को लेकर बारिकी से जानकारी दी जाएगी। अब तक देशभर में 11 हजार 589 चिकित्सकों व स्टाफ सदस्यों को ट्रेनिग दी जा चुकी है। अब जितने भी चिकित्सक व स्टाफ सदस्य बचे हैं, उन्हें ट्रेनिग देने के लिए दूसरा चरण शुरू हुआ है। पहला चरण जून माह में पूरा हो चुका है। दूसरे चरण की शुरूआत भी सात जुलाई से हो गई है। हरियाणा प्रदेश के साथ-साथ पंजाब, असम, चंडीगढ़, दिल्ली, आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, तमीनलाडू, गुजरात के चिकित्सकों को भी वेंटिलेटर के संचालक को लेकर आनलाइन ट्रेनिग दी जाएगी।
सिविल सर्जन डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने बताया कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए तैयारियां की जा रही है। चिकित्सकों व स्टाफ सहित उपकरणों की जो कमी है, उसके लिए डिमांड भेजी गई है। चिकित्सकों व स्टाफ नर्सों को वेंटिलेटर के संचालन को लेकर ट्रेनिग भी आज से दी जाएगी। इसमें कैथल से आठ चिकित्सक, 20 स्टाफ नर्सें सहित अन्य कर्मचारियों को ट्रेनिग दी जाएगी।