कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अफसर बरतेंसख्ती : डीसी
जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दिया है। डीसी सुजान सिंह ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर जो भी व्यक्ति बिना मास्क के मिलता है उनके चालान किए जाएं।
जागरण संवाददाता, कैथल: जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दिया है। डीसी सुजान सिंह ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर जो भी व्यक्ति बिना मास्क के मिलता है, उनके चालान किए जाएं। चालान करने का मकसद लोगों को महफूज करना है। कंटेनमेंट जोन में विशेष निगरानी रखी जाए। वर्तमान दौर में परिस्थितियां बदली हैं। इस समय सभी की सुरक्षा जरूरी है।
स्वास्थ्य विभाग कोरोना जांच के सैंपल और अधिक बढ़ाएं ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके। जिला में अब तक बिना मास्क डाले सार्वजनिक स्थलों पर घूमने वाले 14 हजार 784 व्यक्तियों के चालान किए जा चुके हैं। इससे 73 लाख 92 हजार रुपए की राशि जुर्माना के रूप में वसूल की गई है। वे लघु सचिवालय स्थित कान्फ्रेंस हाल में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। इससे पहले हरियाणा की मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना महामारी के बारे में सभी उपायुक्तों से फीडबैक ली और उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
वीसी के बाद डीसी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आवागमन बढ़ने से संक्रमण का खतरा बढ़ा है। पुलिस विभाग के साथ-साथ सभी अधिकृत अधिकारी सामाजिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर आदि की पालन करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जिला का रिकवरी रेट बेशक अच्छा है, फिर भी हमें जरूरी सावधानियों का पालन करना चाहिए ताकि खुद के साथ-साथ अपने परिजनों को भी इस बीमारी से बचाया जा सके। क्षेत्र के दुकानदार सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखते हुए अपना काम धंधा करें। सबसे पहले जीवन है, इसलिए सभी जिलावासी अपने व समाज के हित में जरूरी सावधानियां बरतते हुए प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने कहा कि कोरोना से ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क में आए हुए लोगों को तुरंत चयनित करके उनके सैंपल लें, ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके। जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन किए गए हैं, उन पर भी विशेष निगरानी रखी जाए।
इस अवसर पर एसपी शशांक कुमार सावन, एसडीएम डा.संजय कुमार, डीएसपी दलीप सिंह, सीटीएम सुरेश राविश, सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान, डीआइओ दीपक खुराना, डा. नीरज मंगला मौजूद रहे।