जिप में कुर्सी बचाने के लिए रिश्वत का खेल
जिला परिषद चेयरपर्सन सुखविद्र कौर व वाइस चेयरमैन मुनीष कठवाड़ के खिलाफ 14 पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिरने के एक दिन बाद विरोधी धड़े के पार्षदों ने मंगलवार दोपहर बाद पत्रकार वार्ता की।
जागरण संवाददाता, कैथल :
जिला परिषद चेयरपर्सन सुखविद्र कौर व वाइस चेयरमैन मुनीष कठवाड़ के खिलाफ 14 पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिरने के एक दिन बाद विरोधी धड़े के पार्षदों ने मंगलवार दोपहर बाद पत्रकार वार्ता की।
इसमें जिला पार्षद भाग सिंह खनौदा, वार्ड नंबर 2 से पार्षद अंजू जागलान के पति संजय जागलान, वार्ड नंबर 4 से पार्षद पताशो देवी के बेटे जगमग सिंह, वार्ड नंबर 10 से पार्षद रेनू बाला सैनी के पति अनिल सैनी मौजूद रहे। आरोप लगाया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला की समर्थित पार्षद बबली चंदाना के पति बिल्लू चंदाना ने चेयरपर्सन के पति हरदीप सिंह आंधली व वाइस चेयरमैन मुनीष कठवाड़ के साथ सांठ-गांठ करते हुए 20 लाख रुपये लेकर उनका साथ दिया। यह सब पूर्व विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला के इशारे पर किया गया।
आठ दिसंबर को हिसार में सुरजेवाला के साथ इनकी बैठक हुई, जिसमें पैसों की बातचीत तय होने के बाद उनकी खिलाफत की गई। हालांकि चेयरपर्सन के पति व वाइस चेयरमैन कठवाड़ अविश्वास प्रस्ताव गिरने पर सीएम मनोहर लाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला व राज्यमंत्री कमलेश ढांडा का आभार जताते हैं जो कि केवल दिखावा हैं। इन लोगों को धन्यवाद भाजपा नेताओं का करने की बजाए सुरजेवाला का करना चाहिए, जिन्होंने इनकी कुर्सी बचाई है।
हाथ में जल उठाकर भी बिक गए पार्षद
पत्रकार वार्ता में पार्षद व प्रतिनिधि पार्षदों ने आरोप लगाया कि पिछले महीने जब चेयरपर्सन व वाइस चेयरमैन के खिलाफ वे अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे तो इसमे कुल 14 पार्षदों ने एडीसी को शपथ पत्र सौंपे थे। इनमें वे 11 भाजपा के, दो कांग्रेस के शकुंतला वजीरखेड़ा, बबली चंदाना व एक कमलेश बलबेड़ा जजपा पार्टी से थी। एडीसी से मिलने के बाद सभी धामिक स्थलों पर भ्रमण के लिए निकल पड़े थे। इस दौरान सभी ने हाथ में जल उठाते हुए एकजुटता की कसम खाई थी, लेकिन बीच में सुरजेवाला समर्थित पार्षद बबली चंदाना ने उनका विश्वास तोड़ते हुए चेयरपर्सन व वाइस चेयरमैन का साथ दिया।
आरोप लगाया कि बबली के पति बिल्लू चंदाना के रिश्तेदार राजपाल चहल नरड़ ने बिल्लू को साथ लेकर चेयरपर्सन के पति व वाइस चेयरमैन से मिलकर पैसों के बारे में बातचीत कराई। इसके बाद ये लोग आठ दिसंबर को हिसार में सुरजेवाला से मिले, जहां बातचीत तय होने पर चेयरपर्सन के खेमे में चले गए, इस कारण उनका विश्वास टूट गया।
30 करोड़ की ग्रांट में हुई है धांधली
वार्ड नंबर 2 से पार्षद प्रतिनिधि संजय जागलान ने आरोप लगाया कि चेयरपर्सन के पति व वाइस चेयरमैन ने अब तक जिप परिषद में आई 30 करोड़ की ग्रांट में धांधली की। केवल 8 करोड़ की ग्रांट पार्षदों के वार्ड में दी गई है। ये भी उन लोगों के माध्यम से दी गई, जो न तो पंच, सरपंच व पंचायत समिति सदस्य हैं। इसलिए दी गई ग्रांट की जांच होनी चाहिए। उनके वार्ड में एक भी पैसा नहीं लगाया गया। वार्डो के साथ किए गए भेदभाव के चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाना पड़ रहा है। ग्रांट जारी कराने के नाम पर पंचायतों से 20 प्रतिशत कमिशन लिए जाने का भी आरोप दोनों पदाधिकारियों पर लगाया। जागलान ने कहा कि भले ही अविश्वास प्रस्ताव गिर गया हो, लेकिन बहुमत उनके पास है। हाउस की बैठक में जो प्रस्ताव पास होंगे उसमें बहुमत उनका ही रहेगा।
विधायक लीला राम पर लगाए
जा रहे गलत आरोप : खनौदा
जिप पार्षद भाग सिंह खनौदा व संजय जागलान ने कहा कि ये जिला परिषद का मामला है। विधायक लीला राम का इससे कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें बेवजह इस मामले में घसीटकर बदनाम किया जा रहा है। चेयरपर्सन के प्रति हरदीप सिंह आंधली व वाइस चेयरमैन मुनीष कठवाड़ भाजपाई होने का केवल दिखावा कर रहे हैं। अगर सच्चे भाजपाई होते तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों का साथ नहीं देते। विस चुनाव में गुहला से भाजपा उम्मीदवार रवि तारांवाली की आंधली गांव में हार हुई, वहीं मुनीष ने सुरजेवाला का साथ चुनाव में दिया तो ये भाजपाई कैसे हो सकते है।