जिले भर में किसानों ने सरकार का पुतला फूंका, जमकर नारेबाजी
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमा पर बैठे किसानों के समर्थन में जिले में भी रोष दिखा। किसानों ने जगह-जगह सरकार के पुतले जलाए और दिल्ली कूच का एलान किया।
जागरण संवाददाता कैथल: कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमा पर बैठे किसानों के समर्थन में जिले में भी रोष दिखा। किसानों ने जगह-जगह सरकार के पुतले जलाए और दिल्ली कूच का एलान किया। सर्वजात सर्वखाप के सदस्यों ने तीन कृषि बिलों के खिलाफ हनुमान वाटिका में बैठक की। शहर में प्रदर्शन कर छोटू राम चौक पर सरकार का पुतला फूंका। अध्यक्षता प्रेस प्रवक्ता भरत सिंह बैनीवाल ने की। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। इससे किसान किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा। अगर सरकार ने सात दिसंबर तक कानूनों को वापस नहीं लिया तो आठ दिसंबर को भारत बंद किया जाएगा। कैथल को भी चारों तरफ से बंद कर दिया जाएगा। जब तक सरकार कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों के लिए लंगर लेकर किसानों का जत्था रवाना
संवाद सहयोगी, गुहला चीका:
कृषि कानूनों के लिए गांव सदरेहड़ी से किसानों का जत्था रवाना हुआ। ग्राम सरपंच शीशन कुमार, पूर्व सरपंच सुखदेव सिंह, मास्टर गुरदास सिंह की अगुवाई में रवाना हुआ। यह जत्था अपने साथ किसानों के लिए पका हुआ खाना, पानी की बोतलें, कच्ची सब्जियां, दूध व दूसरा सामान लेकर रवाना हुआ है।
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों
ने सरकार का फूंका पुतला
गुहला चीका: तीन कृषि कानूनों के विरोध में आज विभिन्न किसान संगठनों के सदस्यों ने शहीद ऊधम सिंह चौक चीका पर सरकार का पुतला फूंका। सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। किसान नेता गुरमीत कंबोज, निरंजन सिंह गुज्जर, जगजीत सिंह, अभिषेक मौजूद थे।
भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने सरकार का पुतला फूंका
ढांड: भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव भूराराम पबनावा की अध्यक्षता में सरकार का पुतला फूंका गया। अध्यक्षता कामरेड रामकुमार ने की। जिसमें ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा सरकार विरोधी नारेबाजी की। किसानों का कहना है कि तीन बिलों को जब तक सरकार वापस नहीं लेते तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन
ने कृषि कानूनों का किया विरोध
ढांड: इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने तीन काले कानूनों व बिजली बिल 2020 के विरोध में ढांड में चौक पर सरकार पुतला फूंका गया। अध्यक्षता जिला सचिव कामरेड राजकुमार सारसा ने किया। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली को लाखों किसानों ने चारों तरफ से घेर लिया है। प्रदेश सरकार ने किसानों को रोकने के लिए तरह-तरह की रुकावटें पैदा की, लेकिन किसान सभी बाधाओं को पार करते हुए दिल्ली पहुंच गए हैं।
चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग पर सरकार का फूंका पुतला
कलायत : कृषि कानूनों के खिलाफ शनिवार को चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग पर गांव खरक पांडवा में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सरकार का पुतला फूंका। वरिष्ठ किसान नेता साधु राम कौलेखां, सहारण खाप प्रधान रामपाल खरक, महेंद्र सिंह, गुरनाम हरिपुरा, प्रीतम सिंह, रणधीर सिंह, गंगा दयाल, ऋषिपाल, लीला राम, दया खरक, इंद्र सिंह, जगदेव किसान मौजूद थे।
सरकार के तानाशाही रवैये से हर वर्ग परेशान
पाई: पाई में किसान यूनियन के प्रदेश प्रचारक महामंत्री करतारा राम की अध्यक्षता में सरकार का पुतला फूंका। प्रधान राजेश ढुल वह युद्ध प्रधान नरेश ढुल ने सहयोग दिया। प्रदेश महामंत्री कर तारा राम ने बताया कि यह आंदोलन पूरे देश के किसानों के साथ-साथ सभी मजदूर और सभी छोटे व्यापारियों का भी है इसमें सरकार ने तानाशाही रवैया से किसानों के मुंह से, मजदूर के हाथ से और व्यापारी के व्यापार से धोखा करके उनके काम बंद कर रही है।
पिलनी से भारतीय किसान यूनियन के सदस्य दिल्ली के लिए रवाना
पाई: पिलनी में भारतीय किसान यूनियन के गांव के प्रधान सुभाष शर्मा की अध्यक्षता में किसानों ने किसान यूनियन के समर्थन में राशन के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुए और कहा कि हम किसानों के साथ तन मन धन से साथ खड़े हैं।