Move to Jagran APP

डॉलर के चकाचौंध में कर्ज लेकर परदेस में कैद हो रहे युवा

एजेंटों के हाथ ठगी का शिकार होने के बाद भी युवाओं में विदेश में नौकरी करने का क्रेज खत्म नहीं हो रहा है। एक ओर लोग विदेशों में अपना भाग्य सुधारने के लिए कैसे-कैसे पैसों का इंतजाम करते हैं तो दूसरी तरफ इनकी मजबूरी का फायदा एजेंट उठा रहे हैं। जिले में कई एजेंट ऐसे सक्रिय हैं जो अब तक लाखों रुपये युवाओं से ठग चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2020 09:52 AM (IST)Updated: Sun, 09 Aug 2020 09:52 AM (IST)
डॉलर के चकाचौंध में कर्ज लेकर  परदेस में कैद हो रहे युवा
डॉलर के चकाचौंध में कर्ज लेकर परदेस में कैद हो रहे युवा

सुरेंद्र सैनी, कैथल: एजेंटों के हाथ ठगी का शिकार होने के बाद भी युवाओं में विदेश में नौकरी करने का क्रेज खत्म नहीं हो रहा है। एक ओर लोग विदेशों में अपना भाग्य सुधारने के लिए कैसे-कैसे पैसों का इंतजाम करते हैं, तो दूसरी तरफ इनकी मजबूरी का फायदा एजेंट उठा रहे हैं। जिले में कई एजेंट ऐसे सक्रिय हैं, जो अब तक लाखों रुपये युवाओं से ठग चुके हैं। पिछले तीन माह की बात करें तो 20 से ज्यादा केस सामने आ चुके है, इनमें सबसे ज्यादा पूंडरी पुलिस थाना क्षेत्र में दर्ज हुए हैं।

loksabha election banner

किसी युवा से 20 से 22 तो किसी युवा से 50 से 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा अमेरिका भिजवाने के नाम पर ठगी के मामले विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज हुए हैं। पिछले तीन दिनों से तो लगातार धोखाधड़ी के केस पूंडरी और सिविल लाइन थाना में दर्ज हुए हैं। गुहला, सीवन और सदर थाना में भी विदेश भिजवाने के नाम पर युवाओं के ठगने वाले आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बरटा गांव के एक युवक पवन को एजेंटों ने खूब ठगा। पहले अमेरिका भिजवाने और इसके बाद वहां जेल से छुड़वाने के नाम पर करीब 56 लाख रुपये की ठगी की।

डॉलर नहीं मिली जेल

विदेश जाकर पैसा कमाने की चाह रखने वाले युवाओं को एजेंटों ने फर्जी तरीके से अमेरिका भेज दिया। वहां जाकर वे पुलिस के हाथ चढ़े गए। सोचा तो ये था जो लाखों रुपये की रकम लगाकर विदेश गए हैं वहां डॉलर कमाएंगे और पैसों से मालामाल हो जाएंगे, लेकिन अमेरिका की जेलों में कैद होकर जिदगी बर्बाद हो गई। एजेंटों ने युवाओं से खूब पैसा लूटा। पहले विदेश भिजवाने के नाम पर और इसके बाद जेल से छुड़वाने के नाम पर युवाओं को ठगा।

अमेरिका की जेलों से रिहा होकर भारत लौटे युवाओं ने यहां आकर पुलिस को एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर शिकायत दी। युवाओं ने बताया कि जमीन बेचकर और ब्याज पर पैसा उठाकर विदेश गए थे कि घर की गरीबी को दूर करेंगे, लेकिन पैसा कमाना तो दूर की बात, मौत के मुंह से वापस लौटे हैं।

इस तरह से दर्ज हुए मामले

-27 जुलाई को साउथ कोरिया भिजवाने के नाम पर काकौत गांव के जंगीर के साथ 10.50 लाख की धोखाधड़ी की। सांघन और हाबड़ी गांव के तीन आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

-28 जुलाई को अमेरिका भिजवाने के नाम पर पटियाला के गांव अकालगढ़ निवासी एक व्यक्ति के साथ कैथल के डेरा भाग सिंह निवासी आरोपित जगदीप ने 22.50 लाख की धोखाधड़ी की।

-पांच अगस्त को भागल निवासी संदीप के साथ विदेश भिजवाने के नाम पर 19 लाख की धोखाधड़ी की गई। करनाल के गांव मोडी निवासी जगदीश के खिलाफ केस दर्ज हुआ।

-छह अगस्त को सीवन के गांव खरकड़ा निवासी सुच्चा सिंह के साथ विदेश भिजवाने के नाम पर 20 लाख की धोखाधड़ी की। इस मामले में पुलिस ने करनाल के गांव मोड़ी निवासी जदगीश को काबू किया।

-आठ अगस्त को अमेरिका भिजवाने के नाम पर मूंदड़ी के युवक प्रवीण के साथ 22 लाख रुपये की धोखाधड़ी की।

पूंडरी क्षेत्र में तीन माह

में दस लोगों को ठगा

पूंडरी पुलिस थाना के तहत आने वाले गांव के युवा तीन माह में सबसे ज्यादा ठगी का शिकार हुए। 29 मई को एक ही दिन चार एफआइआर दर्ज हुई। इनमें चार युवाओं से विदेश भिजवाने के नाम पर 99 लाख रुपये की ठगी की गई। 30 जुलाई को 20 लाख एक युवक को विदेश भिजवाने के नाम पर ठगे। तीन जुलाई को 35 लाख रुपये तो चार अगस्त को 26 लाख, पांच अगस्त को 27 लाख और सात अगस्त को 22 लाख रुपये युवक को विदेश भिजवाने के नाम पर ठगे गए। सबसे ज्यादा ठगी अमेरिका भिजवाने के नाम पर युवाओं से एजेंटों ने की।

वर्जन : आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर रही पुलिस

पूंडरी पुलिस थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि विदेश भिजवाने के नाम पर युवाओं के साथ ठगी करने वाले आरोपितों के खिलाफ पुलिस एफआइआर दर्ज कर रही है। संबंधित मामलों को लेकर जांच अधिकारी कार्रवाई करने में लगे हुए हैं। ---------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.