सिविल अस्पताल में पांच वेंटिलेटर, चलाने के लिए नहीं है आपरेटर
जिला नागरिक अस्पताल में कोरोना संक्रमण से बढ़ती मरीजों की संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ा दी है। सिविल अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में अब 20 के करीब मरीज ऑक्सीजन पर हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल में पांच वेंटिलेटर हैं लेकिन चलाने के लिए एक भी आप्रेटर नहीं है।
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला नागरिक अस्पताल में कोरोना संक्रमण से बढ़ती मरीजों की संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ा दी है। सिविल अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में अब 20 के करीब मरीज ऑक्सीजन पर हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल में पांच वेंटिलेटर हैं, लेकिन चलाने के लिए एक भी आप्रेटर नहीं है। चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए डिमांड भेजी गई है। अस्पताल में जब वेंटिलेटर ऑप्रेटर ही नहीं है तो स्वास्थ्य सेवाओं के कैसे प्रबंध हैं, इसे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। शहर के शाह में चार और सिग्नस में पांच वेंटिलेटर है। शाह में कोरोना के 33 बेड और सिग्नस में 12 बेड है, जो पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। सिविल अस्पताल में कुल 71 कोरोना बेड हैं, वहीं गुहला में 70 बेड हैं। यहां वेंटिलेटर की कोई सुविधा नहीं है। वहीं कोरोना संक्रमण की चपेट में अस्पताल के कई चिकित्सक भी आ गए हैं, इस कारण कामकाज प्रभावित हो गया है।
अप्रैल माह में तेजी से बढ़ी मरीजों की संख्या
अप्रैल माह में कोरोना महामारी का संक्रमण तेजी से बढ़ा। इस माह अब तक 18 लोगों की कोरोना महामारी से मौत हो चुकी है। वहीं एक हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। रोजाना 50 से ज्यादा केस मिल रहे हैं। बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्चे भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। शहर के साथ-साथ गांव में भी संक्रमण पहुंच गया है। कई गांव में तो कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन की खपत बढ़ रही है। पहले ऑक्सीजन की बहुत कम खपत थी, लेकिन संक्रमण बढ़ने के बाद ऑक्सीजन की खपत बढ़ी है। मरीजों की संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन की कमी भी जिले में हो सकती है, हालांकि प्रशासन की तरफ से रोजाना ऑक्सीजन खपत को लेकर रिपोर्ट ली जा रही है।
स्थिति नियंत्रण में
सिविल सर्जन डा. ओमप्रकाश ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर विभाग गंभीरता से काम कर रहा है। अभी हालत पूरी तरह से नियंत्रण में है। अस्पताल में पांच वेंटिलेटर हैं, लेकिन ऑप्रेटर की कमी खल रही है। इसके लिए डिमांड भेजी गई है। ऑक्सीजन की खपत बढ़ी रही है, लेकिन अभी उपलब्ध है। लोगों से अपील है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आगे आएं। बिना मास्क के घरों से बाहर न निकलें। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। सावधानी बरतकर ही हम कोरोना को फैलने से रोक सकते हैं।