हर जिले में पांच गांव चिन्हित कर लाल डोरा मुक्त करें : सुधीर
विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सभी उपायुक्तों को चिन्हित पांच-पांच गांवों में लाल डोरा मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। यह मार्च तक यह कार्य संपूर्ण करवाएं।
जागरण संवाददाता, कैथल: विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सभी उपायुक्तों को चिन्हित पांच-पांच गांवों में लाल डोरा मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। यह मार्च तक यह कार्य संपूर्ण करवाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गांव सिरसी की तर्ज पर 75 गांवों को सम्मिलित किया गया है, जिसे लाल डोरामुक्त किया जाएगा। सर्वे आफ इंडिया के साथ मिलकर लाल डोरा मुक्त करने का कार्य पूरा करवाया जाएगा।
प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने कहा कि जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों की मांग के अनुसार ही लाल डोरा खत्म करने की प्रक्रिया शुरू की है। करनाल जिला के गांव सिरसी में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया था, जो कि सफल रहा। इसके अंतर्गत पूरे गांव के रकबे की पैमाइश करके उसमें अलग-अलग प्रकार की जमीन की पहचान की गई है। पूरी जमीन की मार्किंग करके ड्रोन मैपिग की गई है।
उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के तहत गांव की हर संपति की पहचान करके उसकी आइडी जेनरेट होगी। इसके बाद अब ग्राम पंचायत के माध्यम से सभी ग्रामीणों को सूचित करके आपत्तियां भी ली जाएगी। उन आपत्तियों को दूर करने के बाद गांव का पूरा जमीन का रिकार्ड प्रणालीबद्ध हो जाएगा। इसके बाद प्रत्येक मालिक को टाइटल दस्तावेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो गांव लाल डोरा मुक्त करने के लिए चुने हैं, उसमें ग्रामीणों का पूर्ण सहयोग लें। पहले चिह्नित किए गांव से मार्किंग करवाएं और राजस्व रिकॉर्ड को भी अपडेट करवाएं। इसमें नंबरिग सिस्टम के तहत नंबर अलॉट होगा और हाउस नंबर भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव में भी सरपंच को इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी बनाएं।
कैथल में यह गांव चिन्हित
डीसी सुजान सिंह ने बताया कि प्रथम चरण में जिले के पांच गांव अटैला, फर्शमाजरा, मांझला, बाबालदाना और गढ़ी पाड़ला को लाल डोरा मुक्त करने के लिए जल्द कार्रवाई शुरू की जाएगी। वीडियो कान्फ्रेंस के बाद उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस कार्य के लिए संबंधित सरपंच और ग्रामीणों का सहयोग लें ताकि लाल डोरा मुक्त करने के कार्य को पूरा किया जा सके। इस मौके पर एसडीएम कमलप्रीत कौर, जिला राजस्व अधिकारी सुरेश कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी जसविद्र सिंह, डीआइओ दीपक खुराना, बीडीपीओ रोजी, सरपंच सिमरणजीत कौर, कुलदीप मौजूद रहे।