आज खेली जाएगी रंगों की होली, लोगों में उत्साह
जिलेभर में होलिका दहन हर्षोल्लास व परंपरागत तरीके से किया गया। जिलावासियों ने एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर होली के पावन-पर्व की शुभकामनाएं दी। शहर व ग्रामीण क्षेत्र में परंपरागत तरीके के होलिका दहन किया। इससे पूर्व महिलाओं ने होली की पूजा-अर्चना की
जागरण संवाददाता, कैथल :
जिलेभर में होलिका दहन हर्षोल्लास व परंपरागत तरीके से किया गया। जिलावासियों ने एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर होली के पावन-पर्व की शुभकामनाएं दी। शहर व ग्रामीण क्षेत्र में परंपरागत तरीके के होलिका दहन किया। इससे पूर्व महिलाओं ने होली की पूजा-अर्चना की। होलिका के चारों तरफ परिक्रमा करने के बाद झाड़ियों व लकड़ियों से बनाई गई होलिका का दहन किया गया। सामाजिक संस्थाओं की ओर से पर्व पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। वहीं शिक्षण संस्थानों में भी पर्व को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम व होली पर्व की धूम रही। शहर में हुडा सेक्टर 19, 20, 21, चंदाना गेट, हुडा ग्राउंड, बालाजी कॉलोनी, न्यू करना रोड, चीका बाइपास, डोगरा गेट, प्रताप गेट, राधा स्वामी कॉलोनी, शक्ति नगर व रामनगर सहित कई स्थानों पर होलिका दहन किया गया। आज जिले में फाग पर्व मनाया जाएगा। शेमरॉक स्कूल में मनाई होली
जासं, कैथल : शेमरॉक स्कूल में विद्यार्थियों ने स्टाफ सदस्यों को गुलाल लगाकर होली पर्व की बधाई दी। स्कूल प्रबंधक नीलम मोदगिल व प्रिसिपल सुरेश गुलशन ने बच्चों को होली पर्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पर्व का महत्व भी बच्चों को बताया। नीलम ने कहा कि यह पर्व एकता का प्रतीक है। इसे सभी धर्मों से जुड़े लोग मिलकर मनाते हैं। उन्होंने बच्चों व स्टाफ को गुलाल भी लगाया।
150 महिलाओं व बच्चों ने हनुमान वाटिका में मनाया होली उत्सव
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जासं, कैथल :
महिला सशक्तिकरण समिति कैथल की ओर से 150 महिलाओं व बच्चों ने हनुमान वाटिका में होली उत्सव रंगों व फूलों के साथ मनाया। समिति की अध्यक्ष अंजू आर्या ने होली पर्व के बारे में बताया। साथ ही साथ समिति की गतिविधियों के बारे में महिलाओं को जानकारी दी। अंजू आर्या ने महिलाओं को आश्वासन दिया की सभी जरूरतमंद महिलाओं व लड़कियों के लिए समिति की ओर से हर संभव प्रयास किया जाएगा। सुनीता ने लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने को कहा। रंजना शर्मा व सुमन शर्मा ने लड़कियों को गुड टच और बेड टच पर जानकारी दी। इस अवसर पर पूडंरी से बबीता वालिया, सुशील, पूनम, सुमन व प्रवीण, निशा, सोनिया, चारू, रजनी व शिवानी मौजूद थी।
जिला शिक्षा अधिकारी को तिलक लगा बच्चों ने दी पर्व की बधाई
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जासं, कैथल :
सुपार्श्व जैन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जाकर होली का पर्व मनाया। स्कूल के विद्यार्थियों ने जिला शिक्षा अधिकारी व कार्यालय के स्टाफ को तिलक लगाकर होली पर्व की बधाई दी। डीईओ जोगिद्र सिंह हुड्डा ने बच्चों को मिलकर होली खेलने व केमिकल युक्त रंगों से बचने के लिए प्रेरित किया। स्कूल की प्रधानाचार्या पाशा जैन ने बच्चों को पानी का कम से कम इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया।
केमिकल युक्त रंगों से बचने के लिए बच्चों को किया प्रेरित
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जासं, कैथल :
आइजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्टाफ सदस्यों व विद्यार्थियों ने होली का त्योहार मनाया। गुलाल लगाकर व फूलों की वर्षा करके होली की बधाई दी। विद्यालय प्रधान जेबी खुरानिया ने व प्रधानाचार्या वीना अग्रवाल ने केमिकल युक्त रंगों से बचने व मिलकर पर्व मनाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। साथ ही पानी का कम से कम प्रयोग करने की भी सलाह दी। बच्चों ने होली के गीत गाकर व नृत्य करके उत्सव का आनंद लिया।
कम्युनिटी लाइजन ग्रुप ने मनाई फूलों की होली
जासं, कैथल :
कम्युनिटी लाइजन ग्रुप की ओर से फूलों की होली मनाई गई। प्रधान रुलदू राम ने ग्रुप के सदस्यों से आह्वान किया कि वे लोगों को भाईचारे व शांति से होली खेलने के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम में पुरानी अनाज मंडी के चेयरमैन श्याम बहादुर खुरानिया मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए ग्रुप सदस्यों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर धर्मेंद्र गुप्ता, ओमप्रकाश, त्रिलोक चंद, जसवंत, महेंद्र सिंह, हवासिंह, सुखदीप व प्रदीप कुमार मौजूद थे।
महिलाओं ने बताया होली पर्व का इतिहास
संस, कलायत : गोगा मैडी परिसर में होलिका दहन किया गया, जिसमें महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगी। महिलाओं ने होलिका परिक्रमा कर मोली का धागा बांधकर परिवार में सुख-समृद्धि के लिए कामना की। प्रेमलत्ता देवी, सीमा देवी, कविता, संतोष, सुमन, बचनी व रोशनी देवी ने बताया कि हिदुओं के लिए होली का पौराणिक महत्व भी है। होलिका दहन, होली त्योहार का पहला दिन, फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। दानवराज हिरण्यकश्यप ने जब देखा कि उसका पुत्र प्रह्लाद सिवाय विष्णु भगवान के किसी अन्य को नहीं भजता, तो वह क्रुद्ध हो उठा और अंतत: उसने अपनी बहन होलिका को आदेश दिया की वह प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ जाए, क्योंकि होलिका को वरदान प्राप्त था कि उसे अग्नि नुकसान नहीं पहुंचा सकती। हुआ इसके ठीक विपरीत, होलिका जलकर भस्म हो गई और भक्त प्रह्लाद को कुछ भी नहीं हुआ। इसी घटना की याद में इस दिन होलिका दहन करने का विधान है।