डेंगू व मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग की मॉक ड्रिल
डेंगू व मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग की मॉकड्रिल ड्रेन व रेस्ट हाउस में मिला लारवा
जागरण संवाददाता, कैथल : डेंगू, मलेरिया व जापानी बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वीरवार को शहर में मॉकड्रिल की। इस दौरान सिविल अस्पताल के पीछे से निकल रही ग्योंग ड्रेन, अंबाला रोड स्थित रेस्ट हाउस के बंद पड़े फव्वारों में मलेरिया का लारवा मिला है।
मौके पर ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेस्ट हाउस के कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है। मॉकड्रिल करने वाली टीम में जिला मलेरिया अधिकारी डा. नीरज मंगला, महामारी अधिकारी शमशेर सिंह व सुरेंद्र कुमार मौजूद थे। इसके बाद टीम ने शहर के जवाहर पार्क का भी दौरा किया।
डा. नीरज मंगला ने पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारियों को नोटिस जारी करते हुए कहा कि अगर यहां दोबारा से लारवा मिला तो चालान किया जाएगा। लारवा न पनपे इसके लिए पानी को खड़ा न होने दें। गमलों, खराब पड़े सामान सहित अन्य जगहों पर जमा बरसाती पानी में लारवा मिलता है। टीम ने यहां रखे फ्रिज, गमलों, कूलर व अन्य जगहों पर भी लारवे की जांच की।
बाक्स-अब तक तीन लाख 77 हजार घरों का किया जा चुका है सर्वे
स्वास्थ्य विभाग की टीम चार माह में अब तक तीन लाख 77 हजार घरों का सर्वे कर चुकी है। इनमें से करीब 187 जगहों पर मलेरिया का लारवा मिला है, जिसे दवाई डालकर नष्ट कर दिया है। जहां लारवा मिला है, उन्हें नोटिस जारी किया गया है। यहां दोबारा लारवा मिलने पर चालान किया जाएगा। विभाग की कुल 125 टीमें जिले में सर्वे कर रही हैं। इनमें हेल्थ वर्कर, आशा वर्कर, सक्षम युवाओं की टीम शामिल है। लारवे की जांच के साथ-साथ लोगों को मलेरिया से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है।
लोगों को बताया जा रहा है कि जहां बरसात का पानी जमा है, वहां मिट्टी का तेल डाल दें, या उस गड्ढे को मिट्टी से भर दें। घरों में पानी के बर्तनों की नियमित रूप से सफाई करें। घरों की छतों पर पुराना सामान में पानी जमा न होने देंगे। कूलरों के पानी को भी रोजाना बदलें। पानी की होदियों की भी सफाई रखें।