हरियाणा पावर कार्पोरेशन वर्कर यूनियन ने किया प्रदर्शन
सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर आल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन कलायत के कर्मचारियों ने गेट मीटिग कर विरोध प्रकट किया।
संवाद सहयोगी, कलायत : सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर आल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन कलायत के कर्मचारियों ने गेट मीटिग कर विरोध प्रकट किया। कर्मचारियों ने अपने विरोध प्रदर्शन और मांगों को लेकर एसडीओ के माध्यम से विभाग के एमडी शत्रुजीत कपूर के नाम ज्ञापन भी भेजा। विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता सब यूनिट प्रधान सुखदेव सिंह ने तथा मंच का संचालन यूनिट उपप्रधान राजेश घीडा ने किया। प्रधान सुखदेव सिंह ने कहा कि बिजली निगमों के प्रबंधन द्वारा कुछ कर्मचारियों व अधिकारियों को नौकरी से बखरस्त व पद से रिवर्ट कर सरकार ने कर्मचारी विरोधी सरकार होने का प्रमाण दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गैरकानूनी तरीके से चार एसडीओ व एक एकाऊंटैंट को नौकरी से बखरस्त व सात एसडीओ को रिवर्ट कर जेई बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि भर्ती के बाद पेपर पास न करने के कारण इनके मूल पद के साथ निगम छेड़छाड़ नही कर सकता। ये कर्मचारी हर प्रकार की योग्यताएं पूरी करके कर्मचारी चयन आयोग द्वारा चयनित किए गए थे। उन्होंने कहा कि नौकरी में आने के बाद विभाग द्वारा पेपर पास करने की शर्त रखी जाती है न की भर्ती होने से पूर्व इन विभागीय पेपरों को पास करना होता है। उन्होंने कहा कि इस आधार पर भर्ती किए गए कर्मचारियों व अधिकारियों को मिलने वाली प्रमोशन व लाभ पर तो निगम रोक लगा सकता है पर मूल पद से बखरस्त नही कर सकता। इस लिए यह बखरस्तगी व रिवर्सन गैर संविधानिक है। उन्होंने कहा कि गुड़गांव सर्कल की सब डिविजनों को सरकार फ्रेंचाइजिज पर दे रही है जो पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी निर्णय है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यूनियन मांग करती है कि कच्चे कर्मचारियों के हड़ताल के दिनों की छुट्टियां पास करके उनको वेतन दिलवाया जाए, ठेकेदारों को बीच से निकाल कर कच्चे कर्मचारियों को सीधे निगम के रोल पर रखा जाए। समान काम समान वेतन नीति को लागू किया जाए और प्रत्येक सब स्टेशन पर कम से कम सात कर्मचारियों को नियुक्ति दी जाए। इस मौके पर विजेंद्र मांडी, संदीप कुमार, सुमित सहारण नरेश कुमार जेई, राज सिंह, राजेश कुमार, राकेश एसएसए, कपिल कुमार, सुनील कुंडू, सलिद्र कुमार, सतीश कुमार, जितेंद्र कुमार और रामनिवास इत्यादि कर्मचारी मौजूद रहे।