1057 स्कूलों को बंद करने के विरोध में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
प्रदेश सरकार द्वारा 1057 स्कूलों को बंद करने के विरोध में हरियाणा राज्य चतुर्थ श्रेणी सरकारी कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, कैथल: प्रदेश सरकार द्वारा 1057 स्कूलों को बंद करने के विरोध में हरियाणा राज्य चतुर्थ श्रेणी सरकारी कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। अध्यक्षता जिला प्रधान छज्जू राम ने किया। मंच संचालन जिला सचिव प्रकाश चंद गुहणा ने किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जनविरोधी व कर्मचारी विरोधी फैसले ले रही है। अभी हाल ही में सरकार ने 1057 स्कूल बंद करने का जो फैसला लिया है, जिसके बंद होने से लगभग 1110 पार्ट टाइम और एजुसेट चौकीदार व लगभग तीन हजार मिड-डे-मील कर्मचारियों का रोजगार छीनने का सरकार ने फरमान जारी किया है। इससे सरकार की मनसा गरीब आदमी का रोजगार छीनने की हठधर्मिता साफ दिखाई देती है। शिक्षा विभाग में पार्ट-टाइम कर्मचारियों को कई-कई महीनों से वेतन नहीं मिल रहा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को गेहूं एडवांस ऋण अप्रैल महीने की 20 तारीख से पहले दिया जाए ताकि कर्मचारी अपने बच्चों के लिए समय पर गेहूं की खरीद कर सकें।
इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ की केंद्रीय कमेटी सदस्य शिवचरण, जिला प्रधान जरनैल सिंह व प्रेस सतबीर गोयत ने कहा की शिक्षा विभाग में पार्ट-टाईम कर्मचारियों की मांगो बारे शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने चतुर्थ श्रेणी की राज्य कमेटी से कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन आश्वासन के सिवाय कोई समाधान नहीं हुआ। इस मौके पर ईश्वर सिरोही ,पूर्व जिला सचिव राम पाल रति, कोषाध्यक्ष मियां सिंह व सिंहमार मौजूद थे।
हरियाणा में शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए सरकार गंभीर : बाजीगर
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : हरियाणा में शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए सरकार गंभीर है। सरकार का एकमात्र उद्देश्य है कि हर बच्चा स्कूल जाए और उच्च शिक्षा ग्रहण करे। यह कहना है कि गुहला के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर का। वे सोमवार को दा इंडियन हाइटस इंटरनेशनल स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यूं तो शिक्षा का शुरू से ही महत्व रहा है परंतु आज जब देश 21वीं शताब्दी से गुजर रहा है और चहुंओर इंटरनेट मीडिया का तहलका मचा हुआ है। उसके चलते शिक्षा का महत्व ओर भी बढ़ जाता है। बाजीगर ने कहा कि गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए भी सरकार गंभीर है। जिसके चलते ऐसा प्रावधान किया गया है कि सरकारी स्कूलों के अतिरिक्त चाहे कितना बड़ा भी प्राइवेट स्कूल हो, उसमें 134-ए के तहत ऐसी व्यवस्था की गई है कि प्राइवेट स्कूलों में भी किसी भी गरीब का बच्चा पढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से इस स्कूल ने बच्चों को फ्रैंच भाषा सिखाने का बीड़ा उठाया है, वह काफी सराहनीय है। इस अवसर पर उनके साथ चीका नगरपालिका के उपप्रधान प्रतिनिधि निर्भय औलख, पूर्व चेयरमैन तरसेम गोयल, रविद्र कुमार, परमानंद गोयल, राम कुमार गोयल, दीपक गोयल, डा. डेजी शर्मा मौजूद रहे।