पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रदेश के 1100 गांवों में लगाए जाएंगे पौधे
हरियाणा के वन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने गांवों में पौधारोपण कार्यक्रम चलाने को लेकर शुक्रवार को राजकीय कॉलेज जगदीशपुरा में चयनित 50 गांवों के सरपंचों की बैठक ली। इस दौरान मंत्री ने कॉलेज परिसर में पौधारोपण भी किया।
जागरण संवाददाता, कैथल : हरियाणा के वन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने गांवों में पौधारोपण कार्यक्रम चलाने को लेकर शुक्रवार को राजकीय कॉलेज, जगदीशपुरा में चयनित 50 गांवों के सरपंचों की बैठक ली। इस दौरान मंत्री ने कॉलेज परिसर में पौधारोपण भी किया। वन एवं शिक्षा मंत्री कहा कि प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिवर्ष 1100 गांवों को पौधारोपण अभियान के लिए चयनित करके पौधा रोपण किया जाएगा, जिससे आगामी पांच सालों में हरियाणा प्रदेश हरा-भरा नजर आएगा। सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि जहां प्रदेश में 3 प्रतिशत भूमि पर आरक्षित वन है और 7 प्रतिशत भूमि पर पेड़ पौधे लगे है। अब प्रदेश में 20 प्रतिशत भूमि पर वन विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरपंचों और आमजन का सहयोग लिया जाएगा। जब सभी मिलकर पौधारोपण इससे पहले वन मंत्री, विधायक लीला राम, प्रधान मुख्य वन संरक्षक हरियाणा डा. अमरिद्र कौर, आइएफएस सीसीएफ अंबाला रमन, जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर, वीसी श्रेयांश द्विवेदी, कॉलेज प्रिसिपल ऋषिपाल बेदी ने कॉलेज परिसर में कोविड विजय वाटिका में पौधारोपण किया। इस कार्यक्रम से पहले वन मंत्री ने गांव छौत में बने स्वागत द्वार, शहीद भगत सिंह पार्क तथा गौरवपट्ट का उद्घाटन भी किया। इसके साथ-साथ आरकेएसडी स्कूल में बने मुख्यद्वार का उद्घाटन तथा बनने वाले ऑडिटोरियम का शिलान्यास किया।
वनमंत्री ने पौधारोपण अभियान के लिए चयनित किए गए 50 गांवों के सरपंचों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि प्रदेश में हर वर्ष पौधारोपण अभियान के लिए 1100 गांवों को चयनित किया जाएगा। इस वर्ष वन विभाग की तरफ से 1126 गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में पंचायतों, शिक्षण संस्थानों, मंदिरों, गुरुद्वारों और अन्य खाली पड़ी भूमि पर फलदार, औषधिय, छायादार और ऐसे पेड़ जिन पर पक्षी अपना घौंसला बना सके तथा अन्य प्रकार के पौधे लगाने की योजना है।
वनमंत्री ने कहा कि वन विभाग की तरफ से एक करोड़ 25 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। इस मौके पर जिला वन मंडल अधिकारी राजीव तेजयान ने मेहमानों का स्वागत किया। इस मौके पर सीटीएम सुरेश राविश, एमडी शुगर मिल जगदीप सिंह, डीडीपीओ जसविद्र सिंह, नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह, बीडीपीओ फूल सिंह, अमरनाथ भगत, सरपंच विरेंद्र सिंह, रामकुमार नैन मौजूद रहे।
शिक्षामंत्री कंवरपाल ने कहा कि राजकीय स्कूलों को खोलने का अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। इस कोविड-19 महामारी के चलते राजकीय स्कूलों को खोलने के लिए विशेषज्ञों से राय ली जा रही है। इस राय के बाद ही स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा। इस प्रदेश में हर तीन या चार गांवों पर एक 12वीं कक्षा तक का स्कूल है और इन स्कूलों में विद्यार्थी सामूहिक वाहनों में नहीं आते है और दसवीं कक्षा तक के स्कूलों में भी शारीरिक दूरीके नियमों की पालना की जा सकती है।