फाने जलाने पर 13 किसानों पर एफआइआर, 59 से वसूला जुर्माना
डीसी सुजान सिंह ने बताया कि जिला में किसानों को फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए कृषि विभाग ग्राम पंचायतों व पुलिस प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। किसानों को गांव दर गांव मुनादी करवाकर फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, कैथल:
डीसी सुजान सिंह ने बताया कि जिला में किसानों को फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए कृषि विभाग, ग्राम पंचायतों, व पुलिस प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
किसानों को गांव दर गांव मुनादी करवाकर फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरसैक द्वारा जिले में 11 अक्टूबर तक एएफएल की कुल 139 घटनाएं हुईं। जिस पर कार्रवाई की गई तो पाया कि 72 स्थानों पर फाने जलाने की घटना हुई है। 60 स्थानों पर फसल अवशेष जले नहीं पाए गए हैं और सात घटना प्रक्रियाधीन हैं।
उन्होंने बताया कि जिन किसानों के खेतों में आग की घटना पाई गई उनमें 13 किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। 59 किसानों से एक लाख 47 हजार 500 रुपये का जुर्माना राशि वसूल की गई है। इसी प्रकार 22 ग्राम पंचायत के सरपंचों को, जिनके गांवों में आगजनी की घटना पाई गई हैं, उनको कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त 12 नंबरदारों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरसैक द्वारा भेजी जा रही एएफएल यानि एक्टिव फायर लोकेशन पर प्रतिदिन ग्राम स्तर पर गठित निगरानी टीम द्वारा, जिसमें कृषि विभाग, पंचायत विभाग व रेवेन्यू विभाग के कर्मचारी मौके पर जाकर जांच कर रहे हैं। यदि कोई किसान धान अवशेष जलाते हुए पाया जाता है तो उस पर दो एकड़ तक 2500 रुपये, दो से पांच एकड़ तक पांच हजार रुपये व पांच एकड़ से अधिक पर 15 हजार रुपये प्रति घटना जुर्माना या फिर उसके खिलाफ एफआइआर करवाई जा रही है।