आत्म निर्भर बनने को एक एकड़ में शुरू किया मतस्य पालन का कार्य
करोड़ा गांव निवासी कुलदीप बनवाला ने मतस्य पालन का कार्य शुरू किया है। शुरूआत में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन इन सभी को दूर करते हुए संघर्ष कर सफलता हासिल की।
जागरण संवाददाता, कैथल : करोड़ा गांव निवासी कुलदीप बनवाला ने मतस्य पालन का कार्य शुरू किया है। शुरूआत में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन इन सभी को दूर करते हुए संघर्ष कर सफलता हासिल की। कुलदीप ने बताया कि वह दसवीं कक्षा तक पढ़ा है। उसके पास बहुत कम जमीन है और इस जमीन से होने वाली खेती से परिवारिक खर्च पूरा नहीं होता था। खेती के साथ मतस्य पालन का काम समझ में आया तो गांव के तालाब को ठेके पर ले लिया और मछली पालन का कार्य करने लगा। इस कार्य में गांव के तालाब के ओवरफ्लो होने के कारण काफी घाटा हुआ। लगभग पिछले चार साल बीत गए। इसमें फायदा नहीं, घाटा हुआ, लेकिन काम सीख गया।
उसने मछली पालन के कार्य को लेकर जमीन का कुछ हिस्सा बेचते हुए काम शुरू किया है। एक एकड़ में स्थापित मछली पालन के लिए सात नए टैंक लगाए। इनकी क्षमता एक लाख 18 हजार लीटर की है। इस नए व्यवसाय में लगभग 14 लाख रुपये खर्च आया। इसके अलावा हैचरी के लिए नए गड्ढे तैयार किए। इसका बीज कोलकाता से मंगवाकर कार्य शुरू किया जाएगा।
जिला मत्स्य अधिकारी सुरेंद्र ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत गांव करोड़ा निवासी कुलदीप सात टैंकों में मत्स्य पालन का कार्य करेगा। इस स्थापित किए गए मत्स्य पालन के लिए उन्हें अनुदान दिया जाएगा। सरकार द्वारा सामान्य वर्ग के लिए 40 प्रतिशत, अनुसूचित जाति, जन जाति व महिला वर्ग को भी 60 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है।