किसानों का 1509 व 1121 किस्म की बिजाई पर जोर
जागरण संवाददाता, कैथल : पिछले साल बारीक धान के मिले अच्छे भाव के चलते किसान इस वर्ष भी 1509 और 1121
जागरण संवाददाता, कैथल : पिछले साल बारीक धान के मिले अच्छे भाव के चलते किसान इस वर्ष भी 1509 और 1121 बासमती किस्म की रोपाई अधिक कर रहे हैं। 2016 में जहां 1509 किस्म धान 1200 से 1300 रुपये प्रति ¨क्वटल बिकी थी जो 2017 में तीन हजार रुपये प्रति ¨क्वटल तक बिकी। यही हाल 1121 किस्म का भी रहा था। यही कारण है कि जिला में 70 प्रतिशत बारीक धान और 30 प्रतिशत पीआर किस्म की बिजाई की जा रही है।
कृषि विभाग ने भी 2018-19 के लिए एक लाख 62 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान रोपाई लक्ष्य रखा है जो कि पिछले वर्ष एक लाख 50 हजार हेक्टेयर था। फिलहाल खेतों में 1509 बारीक और पीआर की 1401 व अन्य किस्मों की रोपाई करने में किसान जुटे हुए हैं। किसानों ने विभाग के 15 जून के निर्धारित समय से पहले ही रोपाई शुरु कर दी थी। इसके चलते कुछ क्षेत्र में 50 प्रतिशत तक रोपाई किसान कर चुके हैं।
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लाइट व मजदूरों के बढ़े
रेट बढ़ा रहे परेशानी
गांव कठवाड़ में ठेके पर जमीन लेकर खेती कर रहे किसान रमेश ने बताया कि दिन में लाइट तीन से चार घंटे भी नहीं आ रही है, जिससे रोपाई का कार्य प्रभावित हो रहा है। समय रहते किसी ने मजदूरों से संपर्क कर लिया तो वह 2500 में भी धान रोपाई कर रहे हैं, वहीं तुरंत संपर्क करने पर तीन हजार से 3500 रुपये तक प्रति एकड़ मजदूर ले रहे हैं जो बहुत ज्यादा है।
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पौध के लिए भी भटक रहे किसान
गांव चंदाना निवासी किसान स¨लद्र ने बताया कि अधिक गर्मी के चलते उनकी 10 एकड़ में लगाई गई 1509 की खराब हो गई थी। अब तक वह सैकड़ों किसानों से संपर्क कर चुका है, लेकिन पौध नहीं मिल रही। कैथल में 1509 पौध की रोपाई अधिक होने से इस बार किसानों को पौध ढूंढे नहीं मिल रही है।
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अच्छे भाव की सबको उम्मीद
किसान शमशेर ¨सह ने बताया कि चुनाव नजदीक होने के कारण इस बार सभी किसान 1121 और 1509 किस्म की रोपाई पर ही ध्यान दे रहे हैं। सबको उम्मीद है कि इस बार भाव अच्छे मिलेंगे।
वर्जन
किसानों का बारीक धान पर अधिक जोर है। बारीक धान में 1509 और 1121 बासमती किस्म का रकबा तेजी से बढ़ा है। वहीं बासमती की ही सीएसआर 30 की रोपाई में कमी आई है। पीआर धान का क्षेत्र तेजी से घट रहा है।
- डॉ. जसबीर ¨सह, मुख्य कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र कैथल।