पटियाला से एमबीबीएस फाइनल के पांच छात्र करेंगे कैथल में कार्य
कोरोना महामारी के इस दौर में चिकित्सकों की भारी कमी को देखते हुए सरकार की तरफ से शाहाबाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फाइनल ईयर के 50 छात्रों को कैथल भेजा था इनमें से 39 ने ज्वाइन किया था लेकिन स्थानीय कोई नहीं था।
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना महामारी के इस दौर में चिकित्सकों की भारी कमी को देखते हुए सरकार की तरफ से शाहाबाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फाइनल ईयर के 50 छात्रों को कैथल भेजा था, इनमें से 39 ने ज्वाइन किया था, लेकिन स्थानीय कोई नहीं था।
इस कारण सरकार के आदेशों के अनुसार इनमें से सभी को वापस भेजा दिया गया, हालांकि पांच स्टूडेंट्स जो पटियाला से संबंध रखते थे, उनमें से पांच भावी डाक्टरों ने जिला स्वास्थ्य विभाग को लिखित में दिया कि वे कैथल में ही काम करना चाहते हैं। इन सभी डाक्टरों को यहां रखते हुए काम लिया जाएगा। जहां लड़कों को फील्ड में भेजा जाएगा, वहीं लड़कियों को सिविल अस्पताल में कार्य दिया जाएगा। सरकार ने ये भी आदेश जारी किए थे कि जो भी स्टूडेंट्स जिस जिले से संबंधित वहां उनसे कार्य लिया जाएगा। अब तक एक मेडिकल स्टूडेंट्स ने ही सिविल सर्जन से संपर्क किया है। सोमवार को ज्वाइन कर सकता है।
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चिकित्सकों के रिक्त पद होने
के कारण आ रही दिक्कत
जिला स्वास्थ्य विभाग के पास चिकित्सकों की भारी कमी है, इस कारण काफी दिक्कत आ रही है। जिले में स्वीकृत 147 पदों में से मात्र 52 चिकित्सक हैं। डिप्टी सिविल सर्जन के आठ में से सात खाली पड़े हैं। 2015 से इन पदों पर कोई नियुक्त नहीं हुई है। इसी प्रकार कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंबे समय से चिकित्सकों के बिना चल रहे हैं। जिला सिविल अस्पताल में 56 स्वीकृत पदों में से 20 चिकित्सक हैं। फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स के आने से चिकित्सकों की कमी दूर हो सकती है।
वर्जन : जल्द ही ड्यूटियां लगाई जाएगी
सिविल सर्जन डा. जयभगवान जाटान ने बताया कि पटियाला से पांच मेडिकल स्टूडेंट्स ने यहां काम करने की बात कही है। सभी ने ज्वाइन कर लिया है। ट्रेनिग भी इन स्टूडेंट्स को दी जा चुकी है। जल्द ही ड्यूटियां लगाई जाएगी। वहीं कैथल जिले से संबंध रखने वाले एक मेडिकल स्टूडेंट्स ने अभी तक संपर्क किया है। सोमवार को ज्वाइन कर सकता है। ------------