फसल बीमा योजना का लाभ न देने वाली कंपनियों पर दर्ज होगी एफआइआर
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा में खेती के लिए नकली बीज व नकली दवाइयों का कारोबार चल रहा है। ऐसी कंपनियों की जांच की जा रही है। अगर कोई मामला सामने आता है तो संबंधित कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो कंपनियां किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं दे रही हैं उनकी पहचान करने के लिए विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं।
सुनील जांगड़ा, कैथल : कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा में खेती के लिए नकली बीज व नकली दवाइयों का कारोबार चल रहा है। ऐसी कंपनियों की जांच की जा रही है। अगर कोई मामला सामने आता है तो संबंधित कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो कंपनियां किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं दे रही हैं, उनकी पहचान करने के लिए विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। ऐसी कंपनियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। वे कोयल पर्यटन केंद्र में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के हर जिले में कृषि व पशुपालन से संबंधित स्कील सेंटर खोले जाएंगे। गाय, भैंस, बकरी पालन व्यवसाय को लेकर जोर दिया जाएगा। किसान क्रेडिट कार्ड की तरह अब किसान पशु कार्ड भी बनाए जाएंगे। किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूरिया व पेस्टीसाइड का खेती में ज्यादा इस्तेमाल करने से कैंसर जैसी बीमारियां होती हैं। अनाज व सब्जियों में पेस्टीसाइड का इस्तेमाल ज्यादा होने से विदेशों में खरीदारी भी कम हो जाती है। इस मौके पर विधायक लीला राम ने मंत्री के सामने मंडी में आढ़तियों के लाइसेंस रिन्यू को लेकर समस्या रखी।
जल्द पूरा किया जाएगा चार
मंडियों का निर्माण कार्य
कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा में चार बड़ी मंडियों का निर्माण कार्य होना है। कई सालों से निर्माण कार्य अटका हुआ है। काम जल्द पूरा कराने के लिए सीएम से बातचीत की जाएगी। गन्नौर में करीब चार हजार करोड़ रुपये की लागत से सामान्य मंडी बनाई जानी है। पिजोर में सेब मंडी बनाई जानी है। सोनीपत में मसालों की व गुरुग्राम में फूलों की मंडी बनाई जानी हैं। इन मंडियों के शुरू होने से किसानों को फायदा होगा और रोजगार भी बढ़ेगा। सरकार ने राइस मिलरों को जो धान दिया था उसे चेक किया जा रहा है। अगर कोई गड़बड़ी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। धान व गन्ने की खेती में पानी ज्यादा लगता है और हरियाणा में पानी की कमी है। किसानों को मक्का, अरंड व बागवानी की खेती करने को लेकर जागरूक किया जाएगा।