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खाद घोटाले मामले में सहकारिता विभाग के अधिकारियो ने मजबूत किया निगरानी विंग

कलायत स्थित मिनी बैंक कुराड पैक्स खाद घोटाले की जांच में अब कोई नया मोड़ नहीं दे पाएगा। सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने इस गंभीर मामले में निगरानी का विग मजबूत कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 06:35 AM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 06:35 AM (IST)
खाद घोटाले मामले में सहकारिता विभाग के अधिकारियो ने मजबूत किया निगरानी विंग
खाद घोटाले मामले में सहकारिता विभाग के अधिकारियो ने मजबूत किया निगरानी विंग

संवाद सहयोगी, कलायत : कलायत स्थित मिनी बैंक कुराड पैक्स खाद घोटाले की जांच में अब कोई नया मोड़ नहीं दे पाएगा। सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने इस गंभीर मामले में निगरानी का विग मजबूत कर दिया है। कलायत के तत्कालीन एसडीएम विवेक चौधरी के निर्देश पर सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समिति कैथल की ओर से जांच टीम बनाई गई थी। उसमें सहकारी समिति निरीक्षक संजीव कुमार, उप निरीक्षक सहकारी समिति कलायत दिनेश कुमार, उप निरीक्षक सहकारी समिति कैथल प्रेम कुमार व सुभाष चंद्र शाखा प्रबंधक को जांच का जिम्मा सौंपा गया था।

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टीम ने जिन चार अधिकारियों-कर्मचारियों को जांच के घेरे में लिया था और वे हर स्तर पर जांच में सहयोग देने के लिए तत्पर हैं। इनका कहना है कि रविवार को अवकाश के दिन जो कुछ हुआ उससे उनका कोई लेनादेना नहीं है। वे स्वयं यह चाहते हैं कि जांच निष्पक्ष हो। जब तक बैंक घोटाले की उच्च अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है तो कुराड पैक्स मिनी बैंक का पूरा रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जाना चाहिए। ताकि रिकॉर्ड के साथ कोई छेड़छाड़ न कर सके।

राजनीतिक रंग ले रहा घोटाला:

खाद घोटाले को राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है। इसके मामले की जांच पल-पल नई मोड़ ले रही है। बताया जा रहा है कि राजनीतिक भावना से प्रेरित होकर तरह-तरह की शिकायतें मामले में हो रही हैं। जबकि सहकारिता विभाग के शीर्ष अधिकारी मामले की वस्तुस्थिति की तह तक पहुंचते हुए कार्रवाई के पक्ष में रहे हैं।

बगैर भेदभाव निष्पक्ष कार्रवाई

के पक्ष में हैं किसान

किसानों का कहना है कि उनका लक्ष्य घोटाले में शामिल अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई है। वे इस मामले में बगैर किसी भेदभाव कार्रवाई चाहते हैं। इसलिए जांच पूरी होने तक संबंधित रिकार्ड को विशेष निगरानी में रखना चाहिए। ताकि तथ्यों के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ न हो सके।


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