तीन कृषि कानून के विरोध में किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
भारतीय किसान यूनियन की ओर से किसान भवन में किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ किसान नेता रिसाल सिंह ट्योंठा ने की। इस अवसर पर किसानों ने तीन कृषि कानून के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने मुख्य तौर पर भाग लिया। मान ने किसानों को 25 मार्च को असंध अनाज मंडी में आयोजित की जा रही किसान महापंचायत में शामिल होने का न्योता दिया।
संवाद सहयोगी, पूंडरी:
भारतीय किसान यूनियन की ओर से किसान भवन में किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ किसान नेता रिसाल सिंह ट्योंठा ने की। इस अवसर पर किसानों ने तीन कृषि कानून के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने मुख्य तौर पर भाग लिया। मान ने किसानों को 25 मार्च को असंध अनाज मंडी में आयोजित की जा रही किसान महापंचायत में शामिल होने का न्योता दिया। साथ ही कार्यकर्ताओं को महापंचायत का प्रचार करने के लिए जिम्मेदारी दी गई।
किसान महापंचायत को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह सहित संयुक्त किसान मोर्चा के कई वरिष्ठ किसान नेता संबोधित करेंगे। मान ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसानों के मुद्दों को लेकर की जा रही अनदेखी की वजह से भाजपा के सांसद घुटन महसूस कर रहे हैं।
किसानों से अपील करते हुए रतनमान ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती और समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी का कानून नहीं बनाती, तब तक दिल्ली के चारों ओर कृषि कानून विरोधी आंदोलन जारी रहेगा। गेहूं के सीजन के दौरान किसान हर गांव से बारी-बारी दिल्ली बॉर्डर पर किसान आते जाते रहेंगे।
इस अवसर पर प्रदेश संगठन सचिव श्याम सिंह मान, जिला करनाल संरक्षक महताब कादियान, पाला राम संगरौली, हरपाल सिंह संगरौली, श्रीराम मोहना, युवा किसान नेता रणदीप आर्य, दीपक वालिया, सुखविद्र फतेहपुर, कुलदीप सिंह बुच्ची, सन्नी वालिया, नसीब सिंह व सतपाल सिंह भी मौजूद थे।