किसान धान के बजाय अपनाएं दूसरी फसलें : मनी राम शर्मा
हरियाणा सहकारी समिति के रजिस्ट्रार मनी राम शर्मा व कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ.आरएस सोलंकी ने संबंधित अधिकारियों के साथ मेरा पानी-मेरी विरासत योजना का सही संचालन के लिए बैठक ली
संवाद सहयोगी, सीवन: हरियाणा सहकारी समिति के रजिस्ट्रार मनी राम शर्मा व कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ.आरएस सोलंकी ने संबंधित अधिकारियों के साथ मेरा पानी-मेरी विरासत योजना का सही संचालन के लिए बैठक ली। उन्होंने कहा कि यह योजना सबके हित के लिए है। इससे भूजल स्तर में सुधार होगा तथा आने वाले समय में हमें पानी की कमी नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी किसानों को इस योजना के बारे में जागरूक करने का कार्य करें। सरकार द्वारा धान की फसल को वैकल्पिक फसलों जैसे मक्का, कपास, बाजरा, दलहन, सब्जियां व फल द्वारा विविधिकरण करने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंर्तगत सभी धान वाले क्षेत्र शामिल किए गए हैं। किसान अपने पिछले वर्ष बोए गए धान के क्षेत्र को वैकल्पिक फसलों जैसे मक्का, कपास, बाजरा, दलहन, सब्जियां व फल में बदल सकता है। किसानों को स्वेच्छा से धान के क्षेत्र में विविधिकरण करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। फसल विविधिकरण करने वाले किसानों को सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जिला कैथल के दो ब्लॉक सीवन व गुहला जिनका भू-जल स्तर 40 मीटर व इससे अधिक है। इन खंडों के गांव में पिछले वर्ष बोए गए धान के क्षेत्र में 50 प्रतिशत से अधिक में फसल विविधिकरण करने की सलाह दी जाती है। कृषि विभाग द्वारा वैकल्पिक फसलें जैसे मक्का, बाजरा व कपास का फसल बीमा भी सरकारी खर्च पर किया जाएगा। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र जहां पर विविधिकरण के अंतर्गत वैकल्पिक फसल लगाना संभव नहीं है, ऐसे किसान संबंधित कृषि अधिकारी को बासमती किस्म, धान की सीधी बिजाई (डीएसआर) द्वारा धान लगाना व साधारण धान की बिजाई करने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
इस मौके पर उप कृषि निदेशक डा.कर्म चंद, जिला उद्यान अधिकारी डा.रमेश चंद, उपमंडल कृषि अधिकारी चीका डा.सतीश कुमार नारा, किसान विरेंद्र मेहता, रणजीत सिंह मौजूद थे।