जैविक खेती और फसल विविधिकरण को अपनाएं किसान : डॉ. बाल्यान
हरियाणा किसान आयोग के सदस्य डॉ. आरएस बाल्यान ने जिला के किसानों का आह्वान किया कि वे जैविक खेती व फसलों का विविधिकरण को अपनाएं एवं खेती में मशीनीकरण को बढ़ावा दें ताकि खेती की लागत को कम करके आमदनी को बढाया जा सके।
जागरण संवाददाता, कैथल :
हरियाणा किसान आयोग के सदस्य डॉ. आरएस बाल्यान ने जिला के किसानों का आह्वान किया कि वे जैविक खेती व फसलों का विविधिकरण को अपनाएं एवं खेती में मशीनीकरण को बढ़ावा दें ताकि खेती की लागत को कम करके आमदनी को बढाया जा सके। किसान भूमि, पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए भी अपना पूर्ण सहयोग दें। किसान फसलों के अवशेषों को आग न लगाकर इन्हें भूमि में मिलाएं, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने किसानों को भूमि व जल का संरक्षण करने, जैविक खेती एवं फसलों का विविधिकरण अपनाने की शपथ भी दिलवाई।
डॉ. आरएस बाल्यान स्थानीय हनुमान वाटिका स्थित हॉल में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा कृषि प्रोद्यौगिकी प्रबंधन अभिकरण (आतमा) के तहत आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय किसान मेला में उपस्थित किसानों को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा प्रदेश के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि किसान मिलकर अर्थातसमूह बनाकर अपना व्यवसाय करें और अपने उत्पादों की ग्रेडिग, प्रोसेसिंग एवं मार्केटिग पर भी ध्यान केंद्रित करें ताकि इनके उत्पाद का पूरा मूल्य उन्हें मिल सके। किसान फल, सब्जी, दलहन, मशरूम आदि उत्पादन को भी अपनाएं। किसान समूह बनाकर ऐसे कृषि यंत्र खरीदते हैं, तो उन्हें कृषि यंत्रों की खरीद पर 80 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाती है। व्यक्तिगत रूप से ऐसे कृषि यंत्र खरीदने पर 50 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाती है। ये रहे मौजूद
कौल स्थित कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमेश वर्मा, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. जसबीर सिंह, डॉ. दिनेश शर्मा, पशु पालन विभाग के सर्जन डॉ. गुलशन, एचडीओ डॉ. प्रमोद सहारण, बीएओ डॉ. रामेश्वर श्योकंद, जिला मत्स्य अधिकारी सूर्यकांत, जन स्वास्थ्य विभाग के जिला सलाहकार दीपक कुमार मौजूद थे। -----------