अदानी ग्रुप के गोदामों में गेट पास न कटने के विरोध में किसानों ने लगाया जाम
अदानी ग्रुप के गोदामों में गेट पास न मिलने के विरोध में किसानों ने कैथल ढांड रोड पर सुबह आठ बजे जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही ढांड एसएचओ रामकुमार मौके पर पहुंचे है किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन किसानों ने गेट पास न मिलने तक जाम खोलने का ऐलान कर दिया है।
संवाद सहयोगी, ढांड: अदानी ग्रुप के गोदामों में गेट पास न मिलने के विरोध में किसानों ने कैथल ढांड रोड पर सुबह आठ बजे जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही ढांड एसएचओ रामकुमार मौके पर पहुंचे है, किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसानों ने गेट पास न मिलने तक जाम खोलने का ऐलान कर दिया है, उसके बाद एसएचओ ने अधिकारियों से बातचीत कर गेट पास काटने शुरू करवाए, तो किसानों ने जाम खोल दिया। किसानों का कहना है कि गेहूं बेचने के लिए गेट पास जरूरी है, लेकिन गेट पास के लिए परेशान किया जा रहा है। किसान रामकरण, राजेश, रणधीर, रामकिशन का कहना है कि सरकार किसानों की फसलों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। मंडियों को बंद कर अदानी ग्रुपों को गेहूं को बिकवा रही है, लेकिन अब यहां भी गेट पास नहीं दिए जा रहे है। एक तो मौसम खराब हो रहा है, दूसरी ओर गेहूं की खरीद समय पर नहीं होती है।
पूंडरी व ढांड के किसानों की गेहूं को अदानी ग्रुप में जा रहा है खरीदा
बता दें कि पूंडरी व ढांड मंडी में गेहूं की खरीद का कार्य इस बार नहीं है। सीधे किसानों की गेहूं को अदानी ग्रुप के गोदामों में भेजा जा रहा है। लंबी लाइनें लग रही है। जाम की स्थिति बनी रहती है। किसानों का कहना है कि अगर गेट पास नहीं आगे काटे गए तो ओर ज्यादा फसल बेचने में किसानों को परेशानी हो जाएगी। बरसात के मौसम में गेहूं खराब होने का भी डर सता रहा है। ढांड मार्केट कमेटी सचिव देवेंद्र से बात की तो उन्होंने कहा कि रात 12 बजे से गेट पास वाली साइट ऊपर से बंद हो गई थी। जिसे कारण गेट पास नही काट सके। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला आने के बाद साइट चालू कर दी गई है। अब किसानों को कोई समस्या नही आने दी जाएगी। पूर्व की तरह किसान गेट पास लेकर अपनी फसल बेच सकते है।
अदानी एग्रो साइलों के मैनेजर अजय ने कहा कि मार्केट कमेटी द्वारा जारी गेट पास के आधार पर किसानों की एंट्री करवाते हैं। जब मार्केट कमेटी ने गेट पास काटने बंद कर दिए तो स्वाभाविक है कि साइलो में एंट्री किस आधार पर की जाए। खरीद बंद करने के हमारा कोई लेना देना नहीं है। सरकार के आदेशानुसार ही खरीद होती है।