फसल अवशेष न जलाने वाले किसान होंगे 15 अगस्त को सम्मानित
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अभिलक्ष लिखी ने वीडियो कांफ्रेंस में कृषि उपनिदेशकों की बैठक ली। निर्देश दिए कि वे फसल अवशेष प्रबंधन के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों को सब्सिडी पर किसानों को ज्यादा से ज्यादा सप्लाई करें तथा पराली के अवशेष न जलाने वाले किसानों को स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय समारोह में सम्मानित करवाएं। लिखी फसल अवशेष प्रबंधन के तहत कस्टम हाय¨रग केंद्रों तथा व्यक्तिगत रूप से किसानों को यह उपकरण खरीदने बारे समीक्षा कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, कैथल : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अभिलक्ष लिखी ने वीडियो कांफ्रेंस में कृषि उपनिदेशकों की बैठक ली। निर्देश दिए कि वे फसल अवशेष प्रबंधन के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों को सब्सिडी पर किसानों को ज्यादा से ज्यादा सप्लाई करें तथा पराली के अवशेष न जलाने वाले किसानों को स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय समारोह में सम्मानित करवाएं। लिखी फसल अवशेष प्रबंधन के तहत कस्टम हाय¨रग केंद्रों तथा व्यक्तिगत रूप से किसानों को यह उपकरण खरीदने बारे समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सभी कृषि उपनिदेशक यह सुनिश्चित करें कि वे 15 अगस्त तक इन उपकरणों के लिए किए गए आर्डर की वेरीफिकेशन, डीलर के साथ बैठक तथा मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें। योजना के तहत किसान समूह को 80 प्रतिशत तक तथा व्यक्तिगत किसान को 50 प्रतिशत तक इन उपकरणों की खरीद पर अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग के प्रदेश में लगभग 903 होर्डिग स्थापित है, जिन पर 15 सितंबर के बाद इस बारे में फ्लैक्स लगाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन बारे जागरूक करने के लिए अगस्त माह के दौरान स्कूलों में भी शिक्षा विभाग के माध्यम से निबंध लेखन, पें¨टग, वाद-विवाद आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाए तथा विजेता विद्यार्थियों को नकद इनाम से भी सम्मानित किया जाए। विभाग के निदेशक डीके बहरा ने कहा कि कस्टम हाय¨रग सेंटर के मालिकों के साथ ही गांव के अन्य व्यक्तियों को भी प्रशिक्षण का प्रावधान किया गया है। जागरूकता अभियान 15 अगस्त तक खंड स्तरों पर पूर्ण किया जाए, जिसके बाद गांव स्तर पर अभियान चलाते हुए प्रदेश के लगभग 4500 गांवों को कवर किया जाएगा। गत वर्ष ज्यादा क्षेत्र में पराली जलाने वाले क्षेत्रों की पहचान की जाए, ताकि इन क्षेत्रों पर विशेष नजर बनाई रखी जा सके।
सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरों ने कहा कि विभाग के क्षेत्रीय प्रचार अमले द्वारा सरकार की नीतियों, विकास परियोजनाओं का गांव-गांव जाकर प्रचार किया जाता है। विभाग द्वारा रात्रि ठहराव कार्यक्रम भी शुरू किया गया है, जिसके माध्यम से भजन पार्टियों एवं प्रोजैक्टर की मदद से लोगों को विभिन्न विषयों के बारे में जागरूक किया जाता है। उपनिदेशक कृषि डॉ. महावीर ¨सह ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए चलाए गए अभियान के तहत अभी तक जिला में 112 कस्टम हाय¨रग सेंटरों द्वारा उपकरण खरीद के आर्डर दिए जा चुके हैं। 112 का ही लक्ष्य प्राप्त हुआ था। शीघ्र ही इन सभी उपकरणों की खरीद के बाद किसानों को अनुदान राशि वितरित कर दी जाएगी। इस अवसर पर एडीओ सज्जन कुमार, रामगोपाल, सुरेश गुलशन आदि थे।