प्राइवेट खरीद में किसानों को 250 रुपये प्रति क्विंटल कम मिल रहा धान का भाव
शहर की तीनों अनाज मंडियों में इस बार पीआर धान की खरीद में सीजन में कोई परेशानी न आए इसे लेकर मार्केट कमेटी की तरफ से व्यवस्था बनाई जा रही है। 25 सितंबर से सरकारी खरीद शुरू होनी है। पिछले साल 11 लाख 75 हजार क्विंटल धान आया था। इस बार इससे ज्यादा धान की आवक मंडियों में होने की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर की तीनों अनाज मंडियों में इस बार पीआर धान की खरीद में सीजन में कोई परेशानी न आए, इसे लेकर मार्केट कमेटी की तरफ से व्यवस्था बनाई जा रही है। 25 सितंबर से सरकारी खरीद शुरू होनी है। पिछले साल 11 लाख 75 हजार क्विंटल धान आया था। इस बार इससे ज्यादा धान की आवक मंडियों में होने की उम्मीद है। मंडियों में 1509, सरबती व पीआर धान की आवक शुरु हो गई है, जो प्राइवेट खरीदारों द्वारा खरीदा जा रहा है। इसमें 1700 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल भाव किसानों को मिल रहे हैं जबकि सरकारी भाव 1960 रुपये प्रति क्विंटल हैं। अभी सरकारी खरीद शुरु नहीं होने से किसानों को प्रति क्विंटल 200 से 250 रुपये रेट कम मिल रहे हैं।
दो दिनों से बरसात होने के कारण धान की कटाई का कार्य प्रभावित हुआ है। सीजन शुरू होने के बाद गेट पास काटने में कोई दिक्कत न आए, इसे लेकर नई अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान श्याम लाल गर्ग नौच, पुरानी अनाज मंडी एसोसिएशन प्रधान श्याम बहादुर खुरानिया, जिला मंडी एसोसिएशन प्रधान अश्विनी शोरेवाला व अन्य आढ़ती मार्केट कमेटी सचिव से मिले। आढ़तियों ने कहा कि पिछले साल सीजन के दौरान गेट पास को लेकर काफी दिक्कत आई थी, इस बार ऐसी दिक्कत न आएं।
तीन गेटों पर कटेंगे गेट पास, 24 घंटे रहेगा एक कर्मचारी
मार्केट कमेटी की तरफ से इस बार गेट पास को लेकर व्यवस्था बनाई जा रही है। नई अनाज मंडी में वैसे तो दस गेट हैं, लेकिन तीन गेटों से ही किसान धान लेकर मंडी में आ सकेंगे। इनमें जींद रोड जाखौली अड्डा गेट, पुलिस चौकी अनाज मंडी गेट व राजकीय कन्या स्कूल की तरफ से आने वाले गेट में से किसान धान की फसल मंडी में ला सकेंगे। इन तीनों गेटों पर दो-दो कर्मचारी की ड्यूटी रहेगी। 24 घंटे यहां कर्मचारी ड्यूटी पर रहेंगे। इसके अलावा पुरानी अनाज मंडी में एक गेट पर व अतिरिक्त अनाज मंडी में दोनों गेटों पर कर्मचारी रहेंगे। गेट पास के बिना मंडी में धान लेकर किसान आएंगे तो खरीद नहीं होगी। सभी गेट कैमरों की निगरानी में रहेंगे। इन कैमरों का कंट्रोल रूम मार्केट कमेटी में बनाया गया है।
बरसात से धान की फसल को नुकसान
दो दिनों से हो रही बरसात से धान की फसल को नुकसान हुआ है। खेतों में पीआर, सरबती व 1509 धान पक कर तैयार है। कई जगहों पर कटाई का कार्य भी शुरू हुआ था, लेकिन बरसात के चलते प्रभावित हो गया है। किसान रामकुमार, मुकेश व रामफल ने बताया कि इस बरसात से धान की फसल को काफी नुकसान है, जो फसल पक कर तैयार हो चुकी है, वह खेतों में बिछ गई है। इससे उत्पादन पर असर पड़ेगा। बरसात से पहले मौसम साफ होने पर मंडी में आवक बढ़ने लगी थी। किसानों के भाव भी अच्छे मिल रहे थे, लेकिन इस बरसात ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। किसान फसल खराब होने के डर से कम दाम में भी बेचने को तैयार हो रहे हैं।
धान सीजन को लेकर व्यवस्था बनाई जा रही हैं। 25 सितंबर से पीआर धान की सरकारी खरीद शुरू होनी है। इस बारे में शुक्रवार को एक मीटिग भी आनलाइन होगी। पीआर धान की खरीद को लेकर उच्चाधिकारी जो दिशा-निर्देश जारी करेंगे, उनका पालन किया जाएगा। सीजन में किसान व आढ़तियों के साथ मिलकर चलेंगे। किसी भी तरह की खामियां आती है तो उसे समय रहते दूर किया जाएगा।
सतवीर राविश, सचिव, मार्केट कमेटी।