स्व. ताऊ देवी लाल की पुण्यतिथि पर भिड़े किसान व जजपा कार्यकर्ता
ताऊ देवी लाल की पुण्यतिथि पर ताऊ देवी लाल पार्क चीका में जिस समय उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने का कार्यक्रम चल रहा था तो इस दौरान गुहला-चीका के किसान जजपा विरोधी नारे लगाते हुए पार्क के बाहर एकत्रित हो गए।
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : ताऊ देवी लाल की पुण्यतिथि पर ताऊ देवी लाल पार्क चीका में जिस समय उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने का कार्यक्रम चल रहा था तो इस दौरान गुहला-चीका के किसान जजपा विरोधी नारे लगाते हुए पार्क के बाहर एकत्रित हो गए। उन्होंने जजपा के कार्यक्रम का विरोध किया। हालांकि जजपा कार्यकर्ता जब श्रद्धांजलि देने आए तो पहले से ही बैठे किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष चमकौर सिंह, युवा हलका अध्यक्ष गुरदेव बदसूई, उपाध्यक्ष पिद्र चीका, कुलविद्र नंबरदार बदसूई, पाली टटियाना, गुरजंट टटियाना, जरनैल सिंह जैली, हरजिद्र नंबरदार ने दुष्यंत चौटाला व गठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी के दौरान जजपा कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष रामफल मलिक, पूर्व जिला अध्यक्ष रणदीप कौल, युवा जिला अध्यक्ष जगतार माजरी, गुहला हलका अध्यक्ष अवतार सीड़ा, जिला अध्यक्ष चंद्रभान दयोरा, जयप्रकाश बलबेहड़ा ने किसानों को समझाने की कोशिश की और कहा कि ताऊ देवी लाल सबका मसीहा था। तो किसानों ने कहा कि ताऊ देवी लाल तो सबका मसीहा था, लेकिन उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ताऊ देवी लाल के नाम पर जनता से झूठे वादे कर वोट हथियाई थी। किसानों ने कहा कि अगर दुष्यंत चौटाला में नैतिकता आज भी बची है तो तुरंत इस्तीफा देकर किसानों के बीच में आए और ताऊ का दूसरा रूप कहलाए।
जजपा हलका अध्यक्ष अवतार सीड़ा का कहना था कि ताऊ देवी लाल हिदुस्तान के प्रत्येक वासी के मसीहा हैं और उनकी पुण्यतिथि मनाने का अधिकार सबको है। जजपा कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए ताऊ देवी लाल पार्क में पहुंचे थे, परंतु पहले से ही किसानों के नाम पर इकट्ठा हुए कुछ इनेलो के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध कर अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास किया है, जो सही नहीं है।